हाल ही में बिटकॉइन बिटकॉइन की कीमत 69,000 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई। इसकी वजह ये है कि अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दी। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई रहस्य हैं। ये काफी विवादों में भी रही है। हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
बिटकॉइन की शुरुआत किसने की?
रहस्यमय बात ये है कि 15 से अधिक समय होने के बाद भी कोई इसके फाउंडर नाम नहीं बता सका। कहा जाता है कि सातोशी नाकामोटो ने ही इस वर्चुअल मनी की नींव रखी थी। इसका सिद्धांत यह है कि “इलेक्ट्रॉनिक कैश का एक प्योर पीयर-टू-पीयर वर्जन (जो) किसी वित्तीय संस्थान से गुजरे बिना ऑनलाइन पेमेंट को एक पार्टी से दूसरी पार्टी में सीधे भेजने की अनुमति देगा”। यह केंद्रीय बैंकों के नियंत्रण से मुक्त होगा।
डार्क वेब पर पसंदीदा करेंसी होने का आरोप
बिटकॉइन पर अवैध भुगतान के लिए डार्क वेब पर पसंदीदा करेंसी होने का आरोप लगाया गया है, जो ट्रेस नहीं होता है। यह विशेष रूप से वह करेंसी है जिसे हैकर्स आमतौर पर रैंसमवेयर अटैक के दौरान पेमेंट करने की मांग करते हैं।
बिटकॉइन में आई बड़ी गिरावट की वजह
क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म, बिनेंस के प्रमुख रहे चांगपेंग झाओ ने यूएस में मनी-लॉन्ड्रिंग विरोधी कानूनों का उल्लंघन करने का अपराध स्वीकार कर लिया है। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी एफटीएक्स, 2023 के अंत में दिवालिया हो गए और इसके फाउंडर सैम बैंकमैन फ्राइड को धोखाधड़ी, साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग सहित कई मामलों में दोषी पाया गया।
बिटकॉइन का उचित मूल्य अभी भी शून्य: यूसीबी
पिछले महीने दावा किया था कि “बिटकॉइन एक ग्लोबल सेंट्रेलाइज्ड डिजिटल करेंसी होने के वादे पर विफल रहा है और अभी भी लीगल ट्रांसफर के लिए शायद ही इसका उपयोग किया जाता है। बिटकॉइन का उचित मूल्य अभी भी शून्य है”।