भारतीय सोलर एनर्जी की डिमांड तेजी से बढ़ रही है और सरकार की सोलर सब्सिडी योजना के माध्यम से और इंसेंटिवाइज कर रही है। 4 किलो वाट का सोलर सिस्टम आम लोगों की जरूरत को पूरा कर सकता है और सब्सिडी के साथ इसे काफी कम कॉस्ट पर इंस्टॉल किया जा सकता है। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक 4KW कैपेसिटी की सोलर सिस्टम को लगाने के लिए कितना खर्चा आता है और कैसे आप इस पर सब्सिडी का लाभ उठा कर कई फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
4 किलो वाट के सोलर सिस्टम की कॉस्ट
ऑफ सोलरग्रिड सिस्टम – 4 किलो वाट का ग्रिड सोलर सिस्टम की कॉस्ट ₹2,80,00 तक हो सकती है जिसमें इंस्टॉलेशन भी शामिल है। इस सिस्टम 540 वाट के 8 सोलर पैनल, 5kVA इन्वर्टर, 4 बैटरी और अन्य आवश्यक इक्विपमेंट शामिल हैं। यह रोज 16 यूनिट बिजली पैदा करता है। लेकिन यह किसी सरकारी सब्सिडी के योग्य नहीं है।
हाइब्रिड सोलर सिस्टम -4kw हाइब्रिड सोलर सिस्टम की कीमत 360000 जिसमें सभी इक्विपमेंट और इंस्टॉलेशन शामिल है। इस सिस्टम को लगभग 78000 की सब्सिडी मिल सकती है जिससे इसकी टोटल कॉस्ट में कमी आएगी।
सरकारी सब्सिडी
सरकार की पॉलिसी सब्सिडी योजना के कारण सोलर पैनल लगाने की कॉस्ट में काफी कमी आयी है। केंद्र सरकार की सब्सिडी योजना के तहत 4kw सोलर सिस्टम 78000 की सब्सिडी के लिए एलिजिबल है। सोलर सिस्टम लगाने के लिए सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आपको इन स्टेप को फॉलो करना होगा।
सबसे पहले रूफटॉप सोलर के लिए नेशनल पोर्टल पर रजिस्टर करें। फिर सभी आवश्यक जानकारी भरे और फॉर्म सबमिट करें। राज्य डिस्कॉम का एक रिप्रेजेन्टेटिव साइट का इंस्पेक्शन करेगा और एप्लीकेशन की रिव्यु करेगा। अप्रूवल मिलने पर एक एनओसी जारी किया जाता है। सिस्टम को रजिस्टर्ड वेंडर द्वारा इंस्टॉल करवाए। पेमेंट पूरी होने के बाद इंस्टॉलेशन प्रोसेस शुरू होती है। फाइनल वेरिफिकेशन के बाद सब्सिडी और अमाउंट डायरेक्ट बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है ।
सरकारी सब्सिडी के कारण इंस्टॉलेशन कॉस्ट में काफी कमी आती है। सोलर एनर्जी एक साफ़ रिन्यूएबल सोर्स है जो कार्बन फुटप्रिंट को काम करता है। ग्रिड बिजली पर निर्भरता कम होती है और बिजली बिल कम होते हैं। लॉन्ग टर्म सेविंग और एनर्जी का एक रिलायबल सोर्स है। सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाकर आप सोलर सिस्टम इनस्टॉल करने की कॉस्ट को कम कर सकते हैं और सस्टेनेबल फ्यूचर में कंट्रीब्यूशन दे सकते हैं।