उत्तराखंड में एक ऐसी जगह है, जिसका नाम वैली ऑफ फ्लॉवर्स है। अगर आप भी अभी तक किसी न किसी वजह से नहीं बना पाएं हैं वैली ऑफ फ्लॉवर्स का प्लान, तो टेंशन न लें क्योंकि एक फूलों की घाटी महाराष्ट्र में भी है। आइए इस जगह के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कास पठार
सतारा से 24 किमी की दूरी पर स्थित कास पठार महाराष्ट्र की सबसे आकर्षक जगहों में से एक है। कास दरअसल फूलों की घाटी है, जहां का नजारा बेहद खूबसूरत होता है। इस जगह को 2012 में यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की सूची में भी शामिल कर लिया गया था।
कास पठार 1200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। बारिश के मौसम में ये जगह फूलों की चादर से ढक जाती है। कास घाटी में लगभग 850 प्रकार के फूल पाए जाते हैं जिनमें गुलाबी रंग के बालसम फूलों को भी देखने का मौका मिलता है। इसके अलावा यहां सफेद ऑर्किड, पीले सोंकी, स्मिथिया और सेरोपेजिया जैसे दुर्लभ फूल भी मौजूद हैं।
कास झील
कास झील को कास तालाब के नाम से भी जाना जाता है। ये झील फूलों की घाटी के नजदीक ही स्थित है।
कैसे पहुंचें?
फ्लाइट से: अगर आप फ्लाइट से यहां आना चाहते हैं, तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट पुणे है। पुणे एयरपोर्ट से आप बस या टैक्सी लेकर कास आ सकते हैं।
ट्रेन से: ट्रेन से आने के लिए सतारा रेलवे स्टेशन आना होगा। स्टेशन से कास की दूरी मात्र 30 किमी. की दूरी पर है। सतारा पहुंचकर बस या टैक्सी लेकर कास पठार पहुंच सकते हैं।
सड़क से: मुंबई या पुणे से यहां पहुंचने में 3 से 5 घंटे का समय लग सकता है।