ये है भारत की वो जगहें जहा रहने खाने का नहीं लगता है कोई खर्चा ,देखने में है जन्नत सी खूबसूरत

Saroj Kanwar
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गीता भवन, ऋषिकेश –

अगर किसी व्यक्ति से यह पूछा जाए कि क्या वे ऋषिकेश घूमने गए हैं तो वह शायद ही ना कहे। उत्तराखंड काऋषिकेश एक ऐसी जगह है जहाँ हर महीने लाखों सैलानी घूमने के लिए आते हैं। इसलिए अगर भी ऋषिकेश घूमने का प्लान बना रहे हैं तो गीता भवन में मुफ्त ठहर सकते है ऋषिकेश में वास्तव में एक बेहद सुंदर जगह है। यहां कई आश्रम है ,और नदी के किनारे स्थित गीता भवन में की बहुत अच्छी व्यवस्था है। इस आश्रम में हजार से ज्यादा कमरे है यहां रुकने के लिए आपको कोई पैसा नहीं देना पड़ता है। आश्रम में लक्ष्मी नारायण मंदिर ,एक आयुर्वेदिक विभाग , एक पुस्तकालय भी है। यहां आने वाले अतिथि शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं।

आनंद आश्रम के केरल

आनंद आश्रम केरल की हरी भरी हरियाली के बीच एक बहुत ही सुंदर आश्रम है यहां आकर वास्तव में अलग ही शांति का अनुभव करेंगे। यहां आप पक्षियों की चहचहाहट सुन सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर तुम घर जैसा कम मसाले वाला भोजन खाने को मिलेगा । वह बिना कोई कीमत चुकाए। यह आश्रम पूरी तरह से देहाती शैली में बना हुआ है। चारों तरफ प्रकृति से घिरा होने पर पर्यटक यहां आकर सुकून पाते हैं ।

भारत

ऋषिकेश में बसे इस आश्रम को अपनी अलग कहानी है। ये आश्रम और संस्थान स्वस्थ जीवन शैली के शरीर और मन के उपचार के लिए कोर्स उपलब्ध कराता है। स्वयंसेवी कार्यक्रम में हिस्सा लेकर कोई भी यहां मुफ्त में ठहरने की सुविधा लाभ ले सकता है। यहां आपको विदेश से आये लोगों के बीच रहने उनके बातचीत करने का मौका भी मिलेगा । अच्छी बात ये है कि आश्रम से हम सभी गतिविधियों में भाग लेने वालों का सम्मान प्रमाण पत्र भी प्रदान करता है।

श्री रामनाश्रामम , तमिलनाडु

तिरूवन्नामलाई की पहाड़ियों में स्थित इस आश्रम में श्री भगवान का विशाल मंदिर है। आश्रम में बहुत बड़ा बगीचा और एक लाइब्रेरी है। श्री भगवान के भक्तों को यहां ठहरने के लिए कोई किराया नहीं देना पड़ता। फायदे की बात यह है कि आप यहां शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं उन्हें अपनी यात्रा में कम से कम 6 सप्ताह पहले यहां पहनने के लिए बुकिंग करनी होती है।

आर्ट ऑफ लिविंग

आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम बेंगलुरु ऋषिकेश , केरल ,पुणे ,असम ,नागपुर जैसे शहरो के अलावा भारत में हर जगह है। उनकी स्वयंसेवी कार्यक्रम को सेवा और योग फैलोशिप कहते हैं। यहां रहने वाले स्वयंसेवकों को विभिन्न आश्रम प्रतिदिन कम से कम 5 घंटे सेवा प्रदान करनी होती है। इस कार्य के अंतर्गत हाउसकीपिंग ,सामग्री डेवलपर, आउटरीच गतिविधियां, अतिथि सेवाएं, जैविक फार्म और बागवानी, भोजन सेवाएं और लंबी पैदल यात्रा शामिल है। यह केंद्र समय सेवकों के लिए आवासीय और भोजन प्रदान करता है। निजी बाथरूम और पौधों पर आधारित शाकाहारी भोजन के साथ कमरे दिए जाते हैं।

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