म्यूजियम का नाम सुनते ही दिमाग में पुरानी चीज़ों को सहेजकर रखने वाली जगहों का ध्यान आता है। आज हम आपको एक अजीबो-गरीब म्यूज़ियम के बारे में बताने वाले हैं। इसका नाम ‘म्यूजिओ सबक्यूआटिको डी आटें या अंडर वॉटर आर्ट म्यूजियम है जिसे दुनिया का सबसे बड़ा अंडरवॉटर म्यूजियम माना जाता है।
सतह से 29 फीट नीचे हैं मूर्तियां
इस म्यूजियम की शुरुआत नेशनल मरीन पार्क के डायरेक्टर जेम गोंजालेज केनो ने साल 2009 में की थी जिसमें पानी की सतह से लगभग 15 से 29 फीट नीचे 500 से भी ज्यादा आदमकद मूर्तियां रखी गई हैं। यहां रखी मूर्तियां कंक्रीट से बनी हुई हैं। मूर्तियों को बनाने में जिस तरह की सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है, वो कोरल रीफ की ग्रोथ में मददगार है।
मानव और प्रकृति के बीच का संबंध दर्शाती हैं यहां रखी मूर्तियां
द साइलेंट इवॉल्यूशन
यह इस म्यूजियम का सबसे बड़ा मूर्ति संग्रह है जहां तकरीबन 200 मूर्तियां हैं। इन मूर्तियों में हर उम्र और जेंडर को शामिल किया गया है।
फॉक्सवैगन बीटल
इस म्यूजियम में सीमेंट से बनी फुल साइज फॉक्सवैगन बीटल कार की भी प्रतिकृति मौजूद है। कार के बोनट पर एक इंसान भी बैठा हुआ दिखाया गया है।
सी एस्केप और द अर्बन
सी एस्केप पानी के अंदर बनी हुई कंक्रीट की रिंग्स हैं। यहां कई छोटे-छोटे घर भी बने हुए हैं।
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द बेंकर
इस कैटेगरी में पॉप्रर सूट बूट पहने पुरुषों की मूर्तियां देखने को मिलेंगी और उनके मुंह जमीन में धंसे हुए हैं। इस तरह की मूर्तियों को बनाने का उद्देश्य है कि हैं कि मनुष्य किस तरह अपने छोटे-छोटे फायदों के लिए पर्यावरण को नजरअंदाज करके आगे बढ़ रहा है।