सफेद रंग की मिनी बस में आपने कभी न कभी तो सफर जरूर किया होगा। ये गाड़ी केवल 10-15 रुपये में आपको मेट्रो स्टेशन या बस स्टैंड से ऑफिस तक पहुंचा देती है। शहरों में कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को ऑफिस से ले जाने के लिए इसी गाड़ी का इस्तेमाल कर रही हैं।
इस कंपनी का लग रहा है इंजन
ये गाड़ी भारत की ही कंपनी फोर्स मोटर्स बनाती है, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि इस गाड़ी में एक लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी का इंजन लगाया जा रहा है। इस गाड़ी में मर्सिडीज-बेंज कंपनी का इंजन लगाया जा रहा है। मर्सिडीज-बेंज के ये इंजन फोर्स मोटर्स के प्लांट में ही बनाए जा रहे हैं। फोर्स मोटर्स मर्सिडीज की लग्जरी एसयूवी और सेडान गाड़ियों के लिए भी इंजन बना रही है।
इंजन मैन्युफैक्चरिंग के लिए 1997 में हुई थी साझेदारी
फोर्स और मर्सिडीज के बीच इंजन मैन्युफैक्चरिंग के लिए साल 1997 में साझेदारी हुई थी, जिसके तहत फोर्स मोटर्स को भारत में मर्सिडीज के इंजन बनाने का पेटेंट हासिल है। फोर्स केवल ट्रैवलर मिनी बस ही नहीं बल्कि गुरखा, ट्रैक्स और अपने 40 सीटर बसों में भी मर्सिडीज के डीजल इंजन का इस्तेमाल कर रही है।
क्वालिटी स्टैंडर्ड का होता है पालन
फोर्स ट्रैवलर स्टैंडर्ड 3050 मिनी बस में मर्सिडीज सोर्स्ड 2.6-लीटर डीजल इंजन का इस्तेमाल किया जा रहा है। मर्सिडीज का ये इंजन 115 एचपी पॉवर और 350 न्यूटन-मीटर टॉर्क जनरेट करता है। ये मिनी बस 9 सीटर, 12 सीटर और 13 सीटर वैरिएंट में आती है।
मर्सिडीज के लिए इंजन बनाने के लिए फोर्स मोटर्स मर्सिडीज के क्वालिटी स्टैंडर्ड का पालन करती है। फोर्स मोटर्स मर्सिडीज की सीएलए क्लास, सी-क्लास, ई-क्लास, एस-क्लास, जीएलए-क्लास और जीएलएस-क्लास जैसी लग्जरी गाड़ियों के लिए इंजन बना रही है। कंपनी बीएमडब्लू और रोल्स रॉयस की महंगी गाड़ियों के लिए भी इंजन बना रही है।