आपके बच्चे भी खा रहे है जरूरत से ज्यादा मेयोनीज तो यहां जाने इसके खतरनाक साइड इफेक्ट

Saroj Kanwar
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आजकल कई लोग फास्ट फूड खाने की शौकीन है लेकिन इसी बीच देखने को मिल रहा है कि मेयोनीज की लोकप्रियता काफी बढ़ती जा रही है। बर्गर , सैंडविच और दूसरे जंक फूड के साथ मेयोनीज को बड़े चाव से खाया जाता है। खासतौर से मोमोस के साथ में अनुज का क्रीमी टेक्सचर अधिकतर लोगों को अच्छा लगता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह मेयोनीज जहर का काम कर रही है और आप किसी सेहत का नुकसान पहुंचा रही है।

जी हां ,जिस तरह फास्ट फूड आपकी बॉडी को डिस्प्लेसमेंट कर देता है। इस तरह मेयोनीज का अधिक सेवन आपको कोई बीमारियों के में ला चपेट सकता है। अक्सर में आप मेयोनीज खाने की शौकीन है बताते है की उससे होने वाले नुकसान होने के बारे में जरूर जान ले।

कैंसर का रिस्क

बाजार में मिलने वाले मेयोनीज को सोयाबीन के तेल, कोर्न ऑयल और बहुत आलग तेलों से बनाया जाता है। इन सभी में ओमेगा 6 का फैट पाया जाता है। बाजार में मिलने वाला मेयोनीज काफी प्रोसेस्ड होता है । इसलिए हृदय रोग , कुछ कैंसर , टाइप टू डाइबिटीज में है और ओस्टियोपोरोस जैसी कई बीमारियों खतरा बढ़ जाता है।

मोटापे की समस्या

अगर आपकी फिट रहने के लिए घंटो तक जिम करते हैं उसके बाद भी आपकी बॉडी फिट नजर नहीं आती है तो आपको अपने खान-पान पर जरूर ध्यान देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि मेयोनीज खाने के शौकीन लोगों के लिए वजन घटाना मुश्किल होता है। बता दे मेयोनीज में कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है इसमें अगर आप रोजाना मेयोनीज का सेवन करते हैं तो आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं।

ब्लड प्रेशर की समस्या

मेयोनीज में ओमेगा 6 फैटी एसिड होता है जिसकी वजह से इसका ज्यादा सेवन करने से व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। वहीं अगर आप मैं इसका अधिक सेवन करते हैं तो हार्ट अटैक और स्टोर्क का खतरा भी बढ़ जाता है।

दिल की बीमारियों का जोखिम

ज्यादा मात्रा में मेयोनीज का सेवन करने से दिल बीमारियों खतरा बढ़ सकता है यानि एक चम्मच में लगभग 1.6 ग्राम सेचुरेटेड फैट पाया जाता है। ऐसे में अगर आप ज्यादा मेहनतकरते हैं तो इससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होने से दिल संबंधी रोगों का जोखिम बढ़ सकता है।

अर्थराइटिस का खतरा

मेयोनीज में काफी ज्यादा माइंस का सेवन करने से ऑर्थराइट्स से खतरा रहता है। दरअसल इसमें ओमेगा 6 फैटी एसिड काफी ज्यादा होता है जिसकी वजह से इसका सेवन करने से शरीर में ऑटो इम्यून डिजीज जैसे- रुमेटाइड अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है इसलिए इसका सेवन ना करें।

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