बदलते दौर में शादियों पर लाखों करोड़ों खर्च हो रहे हैं इससे शादी का बजट काफी बढ़ रहा है। कैट के मुताबिक ,अगले कुछ महीनो में देश में 35 लाख से ज्यादा शादी होगी जिसमें 4 पॉइंट 25 लाख करोड़ का बिजनेस होगा। ऐसे में अगर आपके घर में किसी की शादी हो रही है या आप खुद शादी की तैयारी कर रहे हैं तो आप वेडिंग इंश्योरेंस आपके काम की चीज हो सकती है। यहां जानते हैं की वेडिंग इंश्योरेंस लेना क्यों जरूरी है साथ ही अगर कोई इसे लेता है तो उसे क्या फायदे मिलेंगे।
क्यों जरूरी है वेडिंग इंश्योरेंस
आजकल की शादियों में काफी खर्च होता है शादियों में किसी भी वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए वेडिंग इंश्योरेंस एक काम की चीज हैयह एक ऐसा कवर है जो हमें किसी भी व्यवधान जिसमें समारोह का रद्द होना तथा संगीत होना शामिल है के कारण होने वाले मौद्रिक नुकसान से बचता है। प्राकृतिक और मानव निर्मित खतरों के कारण व्यक्तिगत या सार्वजनिक संपत्ति को होने वाले नुकसान की संभावना को कवर किया जाता है।
वेडिंग इंश्योरेंस के फायदे
प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के कारण शादी समारोह का रद्द होना ,संपत्ति को नुकसान या चोट /मृत्यु का इंश्योरेंस कोकवर मृत्यु को इस इंश्योरेंस में कवर किया जाता है। पॉलिसी के अंतर्गत आने वाले कुछ खतरों में बे मौसम बारिश ,तूफान, ओलावृष्टि ,रेट के तूफान से सुनामी ,तूफान और प्राकृतिक आपदाएं शामिल है। इसके अलावा अगर उसे संबंध खतरों ,भूकंप ,बाढ़ ,चक्रवात के कारण आयोजित स्थल को होने वाला नुकसान या क्षति आयोजन स्थल द्वारा नुकसान या स्थित आयोजन स्थल का अनुपयोगी हो जाना ,दंगे , कर्फ्यू ,पॉलिसी की अवधि के दौरान ,दूल्हा दुल्हन और रक्त संबंधियों की मृत्यु या दुर्घटना ,आदि कुछ अन्य चीजे हैं जो पॉलिसी के अंतर्गत आता है। पॉलिसी को ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार भी अनुकूलित किया जाता है।
एड ऑन राइडर्स
शादी बीमा पॉलिसियाँ ऐड-ऑन और राइडर्स प्रदान करती हैं। ये अतिरिक्त कवरेज जैसे की पोशाक और हनीमून कवरेज विशिष्ट परिस्थितियों में बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति की कल्पना करें जहां शादी का गाउन रास्ते में क्षतिग्रस्त हो जाता है या खो जाता है पोशाक कवरेज राइडर उस दिन को बर्बाद होने से बचाता है।
किन परिस्थतियो में नहीं मिलेगा लाभ
शादी बिमा के दायरे में हर चीज कवर नहीं होती। अचानक बजट में होने वाली बढ़तरी अन्य और अन्य व्यक्तिगत निर्णय आमतौर पर कवर नहीं होती है। इसलिए पॉलिसी की शर्तो को अच्छी तरह से पढ़ना पढ़ना और यह समझना ज़रूरी है कि किन परिस्थितियों में बीमा कंपनियाँ लाभ देने से मना कर सकती हैं।