ये पेड़ आपके स्वास्थ्य ही नहीं आपके ग्रह नक्षत्रो को भी करेगा सही

Saroj Kanwar
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नीम का पौधा औषधीय गुणों भरपूर होता है वहीं इसका उपयोग आध्यात्मिक रूप में भी किया जाता है। जहाँ इसकी पत्तियों में हमारे शरीर में और चेहरे के लिए फायदेमंद होती है । नीम की पत्तियों का इस्तेमाल विशेष रूप से पूजा पाठ में भी किया जाता है। इतना ही नहीं नीम के पेड़ की लकड़ी का उपयोग कई तरह से भी किया जाता है।

नीम का उपयोग सदियों से चला रहा है इसका जहां इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। वही पूजा और हवन आदि में भी इसका महत्व है। यह शरीर की बीमारियों के साथ-साथ ग्रह में मौजूद कहीं दोषो को भी दूर करता है। इससे राहु की दशा के साथ-साथ शनि की दशाओं को भी दूर होती है। इसके पत्तों का जल निकालकर नहाने के जल में मिलाकर नहाने से कुंडली में केतु ग्रह शांत होता है। इसकी साथ ही घर के आंगन में नीम का पेड़ लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। उसे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इतना ही नहीं इसके घर के आंगन में लगाने से पितरो का आशीर्वाद मिलता है।

नीम का पेड़ लगाने के फायदे

ज्योतिष की माने तो अगर आपकी राशि में पितृ दोष घर की दक्षिण दिशा में पेड़ लगाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही इसके पत्तों का रस निकालकर नहाने से गर्म पानी मिलाकर से केतु ग्रह शांत होता है और इसकी लकड़ी को हवन कुंड में जलाने से शनि ग्रह शांत होता है। इसके साथ ही रोजाना नीम के पेड़ पर जल चढ़ाने से हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही नीम की लकड़ी की माला पहनने से भी शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।

पितृदोष से मुक्ति के लिए


यदि कुंडली में पितृ दोष है तो घर के दक्षिण या उत्तर-पश्चिम कोने में नीम का पेड़ लगाएं। इससे पितृ दोष से अवश्य मुक्ति मिलती है। साथ ही पितरों का आशीर्वाद भी बना रहता है।

शनि दशा से राहत पाने के लिए


शनि की महादशा में नीम की लकड़ी की माला बनाकर पहनने से लाभ होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे शनि की महादशी के अशुभ प्रभाव कम होते हैं और शुभ फल प्राप्त होते हैं।

शनि दोष से मुक्ति


यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष या केतु दोष है तो इन दोषों को शांत करने के लिए नीम का उपयोग किया जा सकता है।
इसके लिए नीम की लकड़ी से हवन करना चाहिए। ऐसा करने से शनि ग्रह शांत होता है। सप्ताह में एक बार नीम की लकड़ी से हवन अवश्य करें।
वहीं केतु ग्रह को शांत करने के लिए नीम की पत्तियों का रस निकालकर नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से व्यक्ति को सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाएगी।

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