भारत सरकार ने देश की बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है। यह योजना विशेष रूप से माता-पिता के लिए डिजाइन की गई जिनके घर में 10 वर्ष से कम उम्र की बेटी है। इस योजना के माध्यम से उन्हें अपनी बेटियों के नाम पर खाता खोलने का अवसर प्रदान किया जाता है जिसमें नियमित रूप से धनराशि जमा कर सके और बड़ी मैच्योरिटी राशि प्राप्त कर सके।
योजना की मुख्य विशेषताएं
निवेश की सीमा -इस योजना में न्यूनतम ढाई सौ रुपए से लेकर अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक प्रति वर्ष निवेश किया जा सकता है। राशि माता-पिता या विवाह के द्वारा बच्ची के नाम से जमा की जा सकती है।
ब्याज दर -वर्तमान में सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 8.2% प्रति वर्षों के अन्य बचत योजना की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धी है।
कर लाभ -इस योजना के तहत किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम 1961 के क्षेत्र 80c के तहत टैक्स छूट का लाभ उठाया जा सकता है यह न केवल निवेश पर बल्कि प्राप्त ब्याज और मैच्योरिटी राशि पर भी लागू होता है।
योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की भविष्य को सुरक्षित करना है। इस योजना के तहत जमा किए गए धन का उपयोग उनके उच्च शिक्षा और विवाह के लिए किया जा सकता है। इससे बेटियों के आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद मिलती है। यदि आप इस योजना की मासिक 10000 पर जमा करते हैं तो वार्षिक निवेश 120000 होगा। इस तरह 15 वर्षों में कुल निवेश ₹18,00,000 होगा। इस योजना के की मैच्योरिटी अवधि 21 वर्षों पर आधारित है जिसके अंत में आपको ₹55,42,062 मिलेंगे, जिसमें ₹37,42,062 ब्याज के रूप में मिलेगा। ।
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक अभिनव पहल है जो बेटियों की भविष्य किसी निश्चित करने के लिए न ही केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाती है इस योजना बेटियों को उनकी संपूर्ण विकास और सम्मान अवसर प्रदान करने के लिए मजबूत आधारतय करती है।