जम्मू और कश्मीर सरकार 2025 तक यूनियन टेरिटरी में 40000 से ज्यादा रूफटॉप सोलर पैनल लगाने की प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इस इनिशिएटिव में कई प्रोजेक्ट शामिल है जिसका टारगेट 270 मेगावाट एडिशनल सोलर एनर्जी जनरेट करना है। इस प्रोजेक्ट में प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह की बिल्डिंग शामिल है जिसमें 20000 प्राइवेट और 22000 सरकारी बिल्डिंग होगी।
जम्मू और कश्मीर एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी का पूरे प्रोजेक्ट का मैनेजमेंट कर रही है
जम्मू और कश्मीर एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी का पूरे प्रोजेक्ट का मैनेजमेंट कर रही है ऊर्जा मिशन के तहत 2030 तक मिनिस्ट्री आफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी का टारगेट जम्मू और कश्मीर सरकार ने 500 मेगा वाट सोलर एनर्जी जनरेट करना है। पिछले रविवार को जम्मू और कश्मीर एडमिनिस्ट्रेशन ने ₹400 करोड़ का प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है । इसके पहल के तहत यूनियन टेरिटरी की सभी सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंग में ग्रिड-टाईड रूफटॉप सोलर पैनल लगाए जाएंगे। कैपेक्स मोड में टोटल कैपेसिटी का 70 मेगावाट इंस्टॉल किया जाएगा और रेस्को मोड में 200 मेगावाट की टाइट रूफटॉप सोलर पावर सिस्टम लगाए इसको इंस्टॉल किए जाएंगे।
सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंगों का सोलर एनर्जी से जोड़ा जाएगा
जम्मू कश्मीर में सभी सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंगों का सोलर एनर्जी से जोड़ा जाएगा। यह डेवेलपमेंट अडानी सोलर, टाटा पावर सोलर, वारी एनर्जीज लिमिटेड, विक्रम सोलर, KPI और सोवा सोलर जैसी 16 सेक्टर की कंपनियों के बिजनेस को बढ़ावा दे सकता है। इस प्रोजेक्ट में बाय डायरेक्शन स्मार्ट मीटर की इंस्टॉलेशन और डिस्काउंट के माध्यम से वर्चुअल नेट मीटरिंग का सिस्टम भी शामिल होगा।
प्रोजेक्ट के लिए स्पेसिफिक जगह पर सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई
इस प्रोजेक्ट के लिए स्पेसिफिक जगह पर सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई एडिशनल एनर्जी को डिपार्टमेंट की कई बिल्डिंग के अन्य एडिशनल पावर कनेक्शनों में फीड करा जाएगा। इस योजना के 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। JKEDA के लिस्टेड वेंडर अगले पाँच साल तक सिस्टम का मुफ्त मेंटेनेंस करेंगे। अगले 25 साल में इस प्रोजेक्ट के ऑपरेशनल स्ट्रक्चर का टारगेट 270 मेगावाट सोलर पैनल इंस्टॉल करना है।