इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। । ऐसे में किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए पॉलीहाउस तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं। खास बात ये है कि पौली हाउस के लिए सरकार भी की ओर से किसानों को 50% सब्सिडी दी जा रही है। किसान इस योजना का लाभ उठाकर आधी कीमत पर पौली हाउस का निर्माण कर उसके अंदर फल और सब्जियों की खेती कर सकते हैं।
किसानों को संरक्षित खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है
दरअसल राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों को संरक्षित खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे मौसम की मार के कानून की फसल को नुकसान से बचाया जा सके। इसके लिए पॉली हाउस व शेडनेट तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए बागवानी विकास योजना के तहत अनुदान दिया जा रहा है राज्य की जो किसान बागवानी फसलों की खेती करना चाहते हैं वह अपनी खाली पड़ी जमीन पर पॉली हाउस या शेडनेट हॉउस की व्यवस्था करके सुरक्षित तरीके से फल और सब्जियों की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं ।
यह तकनीक बेहतर पैदावार तो देती है साथ ही किसान की आय बढ़ाने में मददगार है जो किसान इस बागवानी विकास योजना के तहत सब्सिडी पर पर पॉलीहाउस या शेडनेट हाउस बनवाना चाहते हैं। वे इस योजना के तहत आवेदन करके इसका लाभ उठा सकते हैं। पॉली हाउस या पॉली हाउस /शेडनेट के के लिए राज्य सरकार की ओर से किसानों को 50% सब्सिडी दी जा रही है इसमें पॉली हाउस लगाने के लिए प्रति वर्ग मीटर इकाई लागत 935 रूपये निर्धारित की गई।
इस पर किसानों को 50% यानी की 467 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी
इस पर किसानों को 50% यानी की 467 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। वही शेडनेट हाउस के लिए प्रति वर्ग इकाई का लगत 710 रूपये निर्धारित की गई है जिस पर 50% यानी 355 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। पॉली हाउस प्रोजेक्ट के अनुसार , यदि आप 100 वर्ग मीटर के लिए उसका निर्माण करते हैं तो आपका खर्चा 935 रुपए के हिसाब से 93500 का आएगा जिस पर आपको 50% यानी 46700 की सब्सिडी मिल जाएगी और शेष 46700 आपको स्वयं अपनी जेब से खर्च करने होंगे। इस तरह आप आधी कीमत पर अपनी जमीन पर संरक्षित खेती के तहत पॉली हॉउस निर्माण करवा सकते हैं।
पॉलीहाउस या शेडनेड तकनीक ने तकनीक से फसलों की खेती के लाभ या फायदे होते हैं और पैदावार में अधिक मिलती है।
पॉली हॉउस या शेडनेट तकनीक से खेती पर आपको जो फायदे मिलते है वे इस प्रकार से है।
पॉली हॉउस या शेडनेट में खेती करने से कीटों का प्रकोप कम होता है जिसे बेहतर पैदावार प्राप्त होती है।
पॉली हॉउस या शेडनेट का तापमान खुले खेत में तापमान के करीब 3 से 5 डिग्री तक कम होता है जिससे भीषण गर्मी से फसलों झुलसने से बचाया जा सकता है और नुकसान को कम किया जा सकता है।
पॉली हॉउस या शेड नेट में खेती के लिए ड्रिप सिंचाई सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है जिससे करीब 90% तक पानी की बचत भी होती है।
पॉली हॉउस या शेड नेट में 70 से 80 किलोमीटर चलने वाली हवा प्रतिरोधक क्षमता होती है इसमें तेज हवा के कारण पौधों को गिर जाना जैसी समस्या इसमें नहीं होती। पॉलीहाउस या शेडनेट में आप साल भर सुरक्षित तरीके से फल व सब्जियों की खेती आसानी से कर सकते हैं।
पॉलीहाउस या शेडनेट खेती किसानों की आय दुगुनी करने में मददगार साबित हो सकती है।
पॉली हॉउस या शेडनेट खेती के लिए सरकारी सब्सिडी ला लाभ प्राप्त करने के लिए आप बिहार यदि बिहार कृषि विभाग निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते है इसके आलावा जिले के उड़ान विभाग के सहायक निदेशक से सम्पर्क कर सकते है।
पॉलीहाउस सब्सिडी योजना से संबंधित आवश्यक लिंक
पॉलीहाउस सब्सिडी बिहार में आवेदन के लिए लिंक- https://horticulture.bihar.gov.in/
पॉलीहाउस सब्सिडी इन राजस्थान के लिए लिंक- https://rajkisan.rajasthan.gov.in/Rajkisanweb/Kisan