भारत को विविधताओं में एकता के लिए जाना जाता है .यह विविधता यहां की भौतिकता में देखने को मिलती है।यही कारण है की देश में हर मौसम में घूमने के लिए घूमने के लिए कई जगहे मौजूद है। पर्यटकों के पसंदीदा जगहों की बात उसमे गुलमर्ग का भी नाम सामने आते है। गुलमर्ग हिल स्टेशन भारत के सबसे खूबसूरत राज्य के बारमूला जिले में मौजूद है।
यहां की सुंदरता, प्राकृतिक दृश्य, शांत परिवेश, बर्फ से ढके पहाड़, हरे-भरे घास के मैदान, गहरी खाई, सदाबहार वन, आकर्षित पर्वत, पहाड़ियां और वादियां सभी को लुभाती हैं। गुलमर्ग कपल्स के लिए हनीमून के शीर्ष स्थानों में से एक माना जाता है। गुलमर्ग की यात्रा एडवेंचर की शौकीन पर्यटकों के लिए भी खास होती है। अगर आप गुलमर्ग जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज हम आपके लेकर आए हैं आपके यहां की प्रमुख पर्यटक स्थलों की जानकारी।
एप्पेर झील
गुलमर्ग में घूमने लायक जगह में शामिल है एप्पेर झील। गुलमर्ग से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी परखिलनमर्ग से भी आगे नून और कुन की जुड़वा की जुड़वा परिवार चोटियों की ताल पर स्थित है। एप्पेर झील एक आकर्षक स्थान है जो की खूबसूरत प्राकृतिक दर्शन के साथ सर्दियों के दौरान जमी रहती है। यह स्थान फोटोग्राफी ,प्राकृतिक सुंदरता। एकांत की तलाश करने के लिए वालो के लिए खास है।
खिलनमर्ग
खिलनमर्ग एक छोटी लेकिन खूबसूरत घाटी है । यहां आपको बर्फ से ढके पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलेगी। खिलनमर्ग से शुरू होकर गुलमर्ग में समाप्त होने वाली लगभग 600 मीटर की ढलान है जिसका उपयोग सर्दियों के दौरान स्कीइंग के लिए किया जाता है। खिलनमर्ग से आप नंगा पर्वत की चोटियों के साथ नन और कुन को भी देख सकते हैं। इस जगह के बारे में सब कुछ शानदार है और अपने आप अपने साथ के करीब आने के लिए यह जगह परफेक्ट है।
गुलमर्ग से खिलनमर्ग के 550 मीटर की दूरी पर है।
महारानी मंदिर
गुलमर्ग का दर्शनीय महारानी मंदिर गुलमर्ग शहर के मध्य में स्थित है। रानी मंदिर के नाम से प्रसिद्ध महारानी मंदिर गुलमर्ग पर्यटन स्थल में एक में स्थित हैं। महारानी मंदिर का निर्माण वर्ष 1915 में महाराजा हरि सिंह की पत्नी मोहिनी सिसोढ़ी के द्वारा किया गया। मंदिर जम्मू कश्मीर के डोगरा राजाओं का माना जाता है।