झारखंड में कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जाे लोगों को आकर्षित करते हैं। खासतौर से यहां आपको जगह-जगह झरने देखने को मिलेंगे। इसलिए झारखंड को झरनों का शहर भी कहते हैं। इनमें से एक पर्यटन स्थल है हुंडरू वॉटरफॉल ।
यह स्वर्णरेखा नदी पर बना है। यहां 320 फीट की ऊंचाई से तेजी से पानी गिरता है। इसे राज्य का सबसे ऊंचा झरना माना जाता है। लोग इस झरने को भूतिया कहते हैं। आखिर क्या है इसके पीछे की वजह, आइये जानते हैं।
भूतिया झरना
लोग इस झरने को भूतिया और डरावना कहते हैं। बताया जाता है कि यहां पर कई लोगों की मौत हो चुकी है। जिन्हें तैरना नहीं आता अक्सर वे लोग यहां डूबकर मर जाते हैं। इसलिए इसे खतरनाक और रिस्की वॉटरफॉल माना जाता है।
स्थानीय लोग इस झरने के अंदर न जाने की सलाह देते हैं। फिर भी अगर आप जाना चाहते हैं, या पिकनिक मनाना चाहते हैं, तो सर्तक रहें । जरा सी लापरवाही आपको मौत के घातक उतार सकती है।
बरतें ये सवाधानी
- वॉटरफॉल में पानी के तेज बहाव में ना नहाएं।
- झरने के आसपास गड्ढे हैं, इनसे बचकर रहें।
- तैरना आता हो, तो ही झरने के बीच में जाएं। वरना झरना जहां थोड़ा शांत होता है, वहां नहा लें।
कब जाएं हुंडरू वॉटरफॉल
जनवरी से अप्रैल तक पानी का स्तर सामान्य रहता है। मानसून में यहां आने से बचना चाहिए, क्योंकि पानी का स्तर चरम पर पहुंच जाता है।
कैसे पहुंचे हुुंडरू वॉटरफॉल
फ्लाइट से: रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पहुंचकर वहाँ से टैक्सी ले सकते हैं। बिरसा मुंडा हवाई अड्डे से हुंडरू वॉटरफॉल लगभग 47 किलोमीटर दूर है।
ट्रेन से: रांची जंक्शन पहुंच कर हुंडरू वॉटरफॉल के लिए टैक्सी या बस लेनी होगी। रांची जंक्शन से हुंडरू जलप्रपात लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित है।
बस से: रांची के बिरसा मुंडा बस टर्मिनल उतर सकते है। यह हुंडरू वॉटरफॉल से लगभग 45 किलोमीटर दूर है।