इयरफोन या हेडफोन का यूज आजकल दो गुना ज्यादा बढ़ गया है। ट्रैवल हो या ऑफिस में हर जगह लोग घंटो तक अपने कानों में ईयर फोन घुसेड़ कर रखते है कर रखते हैं । यहां तक की मेडिटेशन करने और एक्सरसाइज करने में ईयर फोन का बहुत ज्यादा बढ़ हो गया । ऐसे में यदि आप भी इयरफोन और हेडफोन का बहुत ज्यादा यूज करने की आदत है या तो आपको बहरा बना सकती है। ऐसे में इयरफोन के ज्यादा इस्तेमाल से आपको बचना चाहिए।
कितनी देर तक लगाए हेडफोन
यदि आप दिन मेंकम से कम 8 से 9 घंटे हेडफोन लगाकर वर्क करते हैं तो इसका असर सेहत पड़ सकता है। इसे जल्दी आप मेरे बहरेपन का शिकार हो सकते हैं। दरअसल लंबे समय तक हेडफोन लगाने से कानों में हवा और ऑक्सीजन कम हो जाता है जिससे परेशानियां बढ़ सकती है। हेडफोन के जरिये तेज आवाज में गाना सुनते है तो इसका सीधा असर कानो की सेहत पर पड़ता है। इससे कोशिकाएं प्रभावित हो सकती है इसके पीछे की वजह की कान के भीतर मौजूद कोशिकाएं काफी ज्यादा सॉफ्ट होते है। तेज आवाज से इसके ऊपर प्रेशर बनता है जिससे कान खराब हो सकते हैं।
फट सकते हैं कान के पर्दे
जरूरत से ज्यादा टाइम तक हेडफोन लगाने और तेज आवाज में गाना सुनने से कान की पर्दे डैमेज भी हो सकते और फट भी सकते हैं। यदि 105 से 110 डेसिमल लेवल की आवाज में केवल 5 मिनट हो सांग सुनते है। तो इसका असर भी पड़ता है।
ईयर फोन और हेडफोन लगाते समय कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए
लगातार हेडफोन का इस्तेमाल न करें इस बीच-बीच में हटाते रहे जिससे हवा और ऑक्सीजन तो दोनों ही कानो कामों में पहुंचते रहते है।
फोन में ज्यादा तेज नहीं बल्कि 60 70 डेसीबल से लेवल के बीच म्यूजिक सुने।
इंफेक्शन से खुद को सेफ रखने के लिए हेडफोन के रबड़ को टाइम पर साफ सफाई करते रहे।
कान में जरा सी झनझनाहट बढ़ जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जरूरी हो तभी ईयर फोन का उसे करें और इसे इस्तेमाल करने से बचे।