जब लोग सर्दी खांसी जुकाम के कारण छाती में जकड़न व अन्य कई तरह की समस्या महसूस करते हैं तो वे कोई भी दवा लेने से पहले एक प्रभावी घरेलू उपचार की तलाश करते हैं। नीलगिरी के पत्ते और उसका तेल सबसे अच्छा घरेलू उपाय माना जाता है।
खेतों और जंगलों में पाया जाता है
नीलगिरी (यूकेलिप्टस) दिखने में बहुत लंबा और पतला सा पेड़ होता है जिसके पत्ते आकर में लंबे, नुकीले और छोटी- छोटी गाठों वाले होते हैं। यह पेड़ अधिकतर खेतों और जंगलों में पाया जाता है।
नीलगिरी के तेल की चार से पांच बूदें कारगर
इसका प्रयोग आप बहुत सारी बीमारियों में भी कर सकते हैं। इसके तेल का इस्तेमाल मांशपेशियों को मजबूत करता है। फेफड़ों की बीमारियां जैसे अस्थमा में भी काम आता है। नीलगिरी के तेल की चार से पांच बूदें आप पेट दर्द में भी ले सकते है।