कई पेरेंट्स की अक्सर शिकायत रहती है कि उनके बच्चे का पढ़ने में मन नहीं लगता। बच्चा या तो सारे दिन खेलता रहता है या फिर मोबाइल में बिजी रहता है। बच्चों का पढ़ाई में मन ना लगने के पीछे और भी कई कारण होते हैं। अक्सर र आपकी भी शिकायत आपके बच्चे का भी मैं पढ़ाई में नहीं लगता तो उसे पढ़ने के लिए आप कुछ मजेदार तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि उसका मन पढ़ाई में लगा रहे। हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे बता रहे हैं।
बच्चों के लिए रूटिंग सेट करें
आपका बच्चा जब स्कूल जाना शुरु करता है तो सभी पेरेंट्स के लिए रूटीन बनाना चाहिए जिनमे उनके सोने का समय , पढ़ाई का समय ,खेल कूद का समय सभी तय हो। इससे बच्चों की आदत बन जाएगा। धीरे-धीरे चलकर इस रुट में ढल जाएगा।
पेरेंट्स बच्चों को समय दे
बेहतर तो ये है की बच्चों को पढ़ने के लिए पेरेंट्स को तो अपना समय दे। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में पेरेंट्स को बिजी रहते हैं इसलिए बच्चों को समय नहीं दे पाते है । बच्चो को स्कुल , ट्यूशन की पढ़ाई के अलावा पेरेंट्स को खुद बैठकर पढ़ाना चाहिए। पेरेंट्स को बच्चों के लिए समय निकालना होगा।
बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर न बनाएं’
अक्सर यह देखा गया पेरेंट्स बच्चे पर हमेशा पढ़ाई का प्रेशर बनाते हैं। बच्चों को जितना प्रेशर बनता है वह पढ़ाई से उतना ही दूर भागता है। इसलिए बच्चों के ऊपर ज्यादा पढ़ाई का प्रेशर नहीं बनना चाहिए।
गेम्स का सहारा ले
आप अपने बच्चो के लिए गेम्स का शहर ले सकते है। बच्चे खेल-खेल में साइंस और मैथ के सब्जेक्ट को मजेदार तरीके से समझ सकते हैं। अपने खेल-खेल में बहुत कुछ सीखा समझ सकते हैं ये तरीका भी काफी कारगर है।