शादी का सपना हर युवा देखता है लेकिन उसे थोड़ा डर भी लगता है वह सोचता कहीं गलत बीवी मिल गई तो उसकी जिंदगी बर्बाद सकती है उसका ये डर सही भी है इसलिए तो कहते ‘शादी का लड्डू जो खाए वह भी पछताए और जो न खाए वह भी पछताए ‘हालांकि यदि गुणवान मिल जाए शादी का लड्डू खाने के बाद विद्वान् थे जिन्हें कई विषयों पर गहरा ज्ञान था। उन्होंने गृहस्थ जीवन को लेकर भी कई बातें की। उन्होंने पत्नी के तीन विशेष गुणों की चर्चा की है चाणक्य के अनुसार जिस शख्स की पत्नी में ये 3 गुण होते हैं, वहबड़ा हो सौभग्यशाली होता है। ऐसे गुणों वाली पत्नियों घर को स्वर्ग बना देती है। शादीशुदा जिंदगी में भी कोई समस्या नहीं आती तो चलिए जानते हैं यह गुण कौन से कौन से हैं ।
धर्म और वेदों का ध्यान रखने वाली
आचार्य चाणक्य की माने तो पत्नी को धर्म व वेदों का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। उसकी भगवान में आस्था होनी चाहिए यदि उसमें सारी सारे गन तो वह सही और गलत में अंतर कर पाएगी ,इस तरह की पत्नी पूरे घर में अच्छे से लेकर चलती है। घर का मान सम्मान बनाए रखती है ।समाज में सिर गर्व से ऊंचा करती है। अपने बच्चों को उच्च संस्कार देती है। परिवार की आने वाली पीढ़ी का सही मार्गदर्शन देती है।
मीठी वाणी बोलने वाली
आचार्य चाणक्य के अनुसारएक स्त्री को विनम्र और मीठे बोल बोलने वाली होना चाहिए। जिस शख्स को ऐसी पत्नी मिलती है वह भाग्यशाली होता है उसकी पत्नी अपने अच्छे व्यवहार और मीठी बोली से किसी का दिल जीत लेती है। ऐसी महिलाएं पूरे परिवार को साथ लेकर चलती हैं उन्हें टूटने ही नहीं देती है वह भी घर में लड़ाई झगड़ा नहीं होने देती है। घर की खुशियों से भर देती है।
पैसा जोड़ने वाली
आचार्य चाणक्य का का मानना है है इसलिए ऐसी होनी चाहिए जो पैजोड़कर रखे, न कि उजाड़ दे। जिस स्त्री में पैसा बचाकर रखने आदत होती है वह घर के लिए बहुत लकी होती है जब परिवार बुरे हालात में फँसता है तो स्त्री का बचाया हुआ धन ही काम आता है। वही स्त्री को भी अपने निजी कामों के लिए किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना चाहिएउसे देख घर के बच्चे व अन्य सदस्य भी पैसा बचाने को प्रेरित होते हैं।