भारतीय टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बजट पेश करते समय केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पर्यटन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की, जिसमें पर्यटन के लिहाज से Lakshadweep के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने में सरकार मदद करेगी।
अंतरिम बजट पेश करते हुए ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने की घोषणा की। आइए जानते हैं, भारत के कुछ ऐसे द्वीप, जिन्हें आप अपनी ट्रेवल बकेट लिस्ट में शामिल कर सकते हैं।
दीव
भारत के पश्चिमी भाग में मौजूद, दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश है। दीव आइलैंड वेकेशन मनाने के लिए एक बेहद शानदार स्पॉट हो सकता है। यहां आप यहां की ऐतिहासिक धरोहरों को देखने के अलावा, हॉट एयर बलून राइड, पैराग्लाइडिंग, स्कूबा डाइविंग, डॉलफिन ट्रिप और पैरासेलिंग जैसी रोमांचक एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं।
कैसे पहुंचें: हवाई मार्ग से यहां पहुंचने के लिए डीव सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है। रेलवे मार्ग के लिए वेरेवल, दीव का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, जो इससे 90 कि.मी. की दूरी पर है। इसके अलावा, आप मुंबई से बस के जरिए भी दीव पहुंच सकते हैं।
अंदमान और निकोबार
अंदमान और निकोबार द्वीप एक केंद्र शासित द्वीप है, जो भारत के दक्षिणी हिस्से में मौजूद है। यह द्वीप चारों ओर से खूबसूरती से घिरा है, जिस कारण से यह एक शानदार टूरिस्ट स्पॉट माना जाता है। यहां आप ट्रेकिंग, जेट स्की राइडिंग, स्कूबा डाइविंग, सीकार्ट, गेम फिशिंग, जैसे कई एडवेंचर्स का मजा ले सकते हैं।
कैसे पहुंचें: यहां पहुंचने के लिए हवाई मार्ग से वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट आ सकते हैं। यहां जल मार्ग से भी आ सकते हैं।
एलिफेंटा द्वीप
अरब सागर में मौजूद यह द्वीप एलिफेंटा की गुफाओं की वजह से प्रसिद्ध है, जो यूनेसको विश्व धरोहर की श्रेणी में शामिल है। यह मुंबई के तट से लगभग 10 कि.मी. की दूरी पर है। यहां आप बच्चों के साथ ट्रेन राइड का आनंद भी ले सकते हैं, जो उनके लिए काफी रोमांचक हो सकता है।
कैसे पहुंचें: यहां पहुंचने के लिए गेट वे ऑफ इंडिया से फेरी राइड ले सकते हैं। हालांकि, यहां से हर आधे घंटे में फेरी निकलती है, लेकिन भीड़ अधिक होने की वजह से, हम आपको यहां जल्दी पहुंचने की सलाह देंगे।
माजुली द्वीप
माजुली ब्रह्मपुत्र नदी में स्थित एक बेहद खूबसूरत द्वीप है, जो दुनिया का सबसे बड़ा रिवर आइलैंड है। यहां आप इस द्वीप के पारंपरिक नृत्य, क्राफ्ट, संगीत और बर्ड वॉचिंग का आनंद ले सकते हैं।
कैसे पहुंचें: यह असम के जोरहट जिले से 20 कि.मी. की दूरी पर है, जहां से आप फेरी के जरिए माजुली जा सकते हैं। दिन में लगभग दो फेरी माजुली जाने के लिए रवाना होती हैं।