वॉटर प्यूरीफायर खरीदते समय आपको किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए आपके लिए कौन सा वॉटर प्यूरीफायर अच्छा होगा। इसकी जानकारी हम आपको देंगे। आज आप उन लोगों में से हैं जो RO, UV, UF, MF, TDS के बारे में बहुत जानकारी नहीं रखते और वॉटर प्यूरीफायर उसकी प्राइस के आधार पर खरीदने की सोच रहे है ये खबर आपकी इसमें मदद कर सकते हैं जानते हैं। आपको बताते हैं कि वॉटर प्यूरीफायर खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।
अगर आपके ऑफिस या घर में पानी का टीडीएस लेवल 250 से 300 को बीच है तो आपको ro खरीदने की जरूरत नहीं है तो आपको UF+UV प्यूरीफायर खरीदना चाहिए । लेकिन अगर पानी काटीडीएस लेवल 300 से ज्यादा है तो RO+UF+UV वाटर वाला प्यूरिफाई खरीद सकते हैं।
RO, UV, UF, MF, TDS क्या है?
RO फिल्टर एक बहुत अच्छी फिल्टर रिसेंट टेक्नोलॉजी है लेकिन इससे 1 लीटर पानी को फिल्टर करने के लिए लगभग 3 लीटर पानी बर्बाद होता है। इसमें कैल्शियम मैग्नीशियम ,सोडियम ,मिनरल्स पानी से निकल जाते हैं। आप प्यूरीफायर का इस्तेमाल उन्हीं इलाकों में करना चाहिए जहां पानी में टीडीएस हो यानी पानी खारा हो।
UV यानी अल्ट्रावॉयलट तकनीक यह पानी में घुले क्लोरीन और आर्सेनिक को साफ नहीं कर सकता है। इसका इस्तेमाल उन इलाकों में ही होना चाहिए जहां ग्राउंड वाटर पहले से मीठा हो और सिर्फ बैक्टीरिया खत्म किए जाने की जरूरत है ।
UF (अल्ट्रा फिल्ट्रेशन) पानी में मौजूद मर चुके के जर्म्स और बैक्टीरिया को खत्म फिल्टर करते हैं। लेकिन पानी में मौजूद पदार्थ और धातु को या फिल्टर खत्म नहीं कर पाए। UAF प्यूरिफिकेशन सिस्टम एक फिजिकल तकनीक है। यह एक मेंब्रेन या लेयर है जिससे पानी को डालने से घुली हुयी अशुद्धियाँ साफ हो जाती है। लेकिन जहां पानी हार्ड हो और क्लोरीन और आर्सेनिक की मात्रा हो तो इसका फायदा नहीं है।
MF (माइक्रो फिल्ट्रेशन सिस्टम )पानी के अंदर मौजूद मिट्टी को साफ हो जाएगी लेकिन यह पानी में मौजूद धातुओं को खत्म नहीं कर पाता है।
टीडीएस यह बताता है कि पानी की एक इकाई में कठोर पदार्थ या रसायनों की मात्रा किस अनुपात में है। ये ठोस पदार्थ खनिज , नमक ,धातु ,अनाज या पानी मेंविलीन आयनो के रूप में हो सकते हैं। कैल्शियम,पोटेशियम ,सोडियम ,बाइकार्बोनेट ,क्लोराइड जैसी के रूप में घुली हो सकती है। उनकी मौजूदगी की वजह से पानी अशुद्धियां कठोर होता है ।