यूपीआई ट्रांजैक्शन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। यूपीआई लगभग हमारे देश में हर और लोग इस्तेमाल करते हैं। यूपीआई आने के बाद से हमारा देश बैंक बिल कम हो गया है। सबसे ज्यादा इस्तेमाल यूपीआई का किया जा रहा है। हर चीज खरीदने पैसे को भेजने के लिए इस्तेमाल यूपीआई को किया जाता है। लेकिन एक दिन में 1 लाख का ही ट्रांजैक्शन कर सकते हैं तो चलिए जानते हैं इसके ऊपर क्या अपडेट है। जानकर आप खुश हो जाएंगे।
पूंजी बाजार, कलेक्शन, बीमा में UPI ट्रांजेक्शन के साथ यह लिमिट बढ़कर 2 लाख रुपये हो जाती है
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के आधिकारिक की वेबसाइट के मुताबिक ,सामान्य UPI के लिए ट्रांजैक्शन का लिमिट एक लाख किया गया। यह लिमिट ट्रांजैक्शन के लिए किया गया है। पूंजी बाजार, कलेक्शन, बीमा में UPI ट्रांजेक्शन के साथ यह लिमिट बढ़कर 2 लाख रुपये हो जाती है।
भारतीय रिजर्व बैंक में विशिष्ट क्षेत्र के लिए यूपीआई ट्रांजैक्शन बढ़ा दिया गया था
आईपीओ और रिटेल डायरेक्ट स्कीम के लिए यूपीआई ट्रांजेक्शन की सीमा 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजेक्शन रखी गई है। 8 जून 2030 को भारतीय रिजर्व बैंक में विशिष्ट क्षेत्र के लिए यूपीआई ट्रांजैक्शन बढ़ा दिया गया था। भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्र संस्थाओं एवं अस्पतालों में जहां पहले एक लाख रुपए की सीमा थी उसे बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया गया था यानी अब आप लोगों के संस्थान एवं अस्पतालों में 5 लाख तक का आप लोग इलाज यूपीएससी कर सकते हैं। इसके बाद आप लोगों का फिर राहत मिल रहा है।
दो पी2पी यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए अपने नियम और शर्तें हो सकती है
प्रत्येक बैंक के पास दो पी2पी यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए अपने नियम और शर्तें हो सकती है। उदाहरण के लिए एचडीएफसी बैंक p2p और p2m यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए 1 लाख रुपये या 20 ट्रांजेक्शन की सिमा तय करता है। यह सीमा 24 घंटे के लिए तय की गयी है। नियम के मुताबिक ,प्रतिदिन 20 यूपीआई ट्रांजैक्शन का किया जा सकता है जिसके बाद यूजर को 24 घंटे और इंतजार करना पड़ेगा।