कई तरह के शराब आज मार्किट में आते हैं। व्हिस्की, रम, वोडका, टकीला और ना जाने कौन-कौन सी। क्या सभी शराब पिने वालो को सही तरह से शराब पीना आता है। शायद नहीं आता। ज्यादातर शराब पीने वाले लोगों को पता ही नहीं होता कि वो जो शराब पी रहे हैं उसे कैसे पिया जाता है। यानी उससे पीने का सही तरीका क्या है। आपने देखा होगा भारत में शराब पीने वाले ज्यादातर लोग उसमें कोल्ड ड्रिंक, पानी और सोडा मिला कर पीते हैं। लेकिन क्या है सही तरीका? खासतौर से जब हम बात व्हिस्की की कर रहे हों।
अगर आप अनडाइलुटेड व्हिस्की पिने के शौकीन नहीं हैं, लेकिन बर्फ भी नहीं डालना चाहते तो पानी ही आपके लिए सही विकल्प है। अपने गिलास (30 या 60 मिली) में व्हिस्की का पैग लें। इसमें थोड़ा सा पानी डालें। आप व्हिस्की के 30 मिलीलीटर पैग में 5 मिलीलीटर से 30 मिलीलीटर तक पानी मिला सकते हैं। पानी कितना मिलाना है ये आपके स्वाद के निर्भर करता है।
क्या कहता है वैज्ञानिक ?
कुछ लोगों का मानना है कि व्हिस्की में पानी नहीं मिलाना चाहिए। व्हिस्की में पानी मिलाना गलत नहीं है। वास्तव में, बाजार में उपलब्ध कई व्हिस्कियों में पहले से ही कुछ मात्रा में पानी मिला हुआ आता है। इससे व्हिस्की की तेजी को नियंत्रित करने और स्वाद व आनंद को बढ़ाने में मदद मिलती है।
लेकिन यदि आप परंपरावादी हैं और इसके समर्थन में विज्ञान की जरूरत है, तो वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि यदि आपके पास 60 मिलीलीटर व्हिस्की है, तो आपको 20 प्रतिशत से अधिक पानी नहीं मिलाना चाहिए, जो लगभग 12 मिलीलीटर होगा। इससे अधिक मिलाने से व्हिस्की एकरूप हो जाती है और उसका स्वाद भी एक जैसा हो जाता है। ज्यादा पानी मिलाने से व्हिस्की में जो कई तरह के स्वाद होते हैं आप सभी को चख नहीं पाओगे हैं।
व्हिस्की में पानी मिलाना बहुत पुराने समय से, शायद सदियों से चला आ रहा है। यदि आप स्कॉच में पानी की कुछ बूंदें मिलाते हैं, तो इसे ‘जीवन का जल’ कहा जाता है। यह एक ऐसी प्रथा है जो स्कॉटिश व्हिस्की संस्कृति में गहराई से समाई हुई है। पानी मिलाने से सुगंध भी आती है, स्वाद भी बढ़ जाता है और पूरा अनुभव शानदार हो जाता है।