सावन के महादेव को सबसे प्रिय महीना माना जाता है और इस महीने भगवान शिव भक्त भगवान की पूजा अर्चना करते हैं। भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है और बेलपत्र के बिना महादेव की पूजा नहीं होती है । सावन में सोमवार का व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र जरूर चढ़ाना चाहिए। सावन के महीने के घर में बिल पत्र का पौधा लगाने का सही समय माना जाता है। मान्यता है कि जिस घर में बेलपत्र का पेड़ होता है।
बेल पत्र लगाने का नियम
मान्यता है की जिस घर में बेल पत्र का पेड़ भगवान शिव की कृपा बरसाते अगर इस बार सावन के महीने में घर का पेड़ लगा पेड़ लगाना चाहते हैं तो जान ले वास्तु शास्त्र में घर में पेड़ लगाने के बारे में क्या बताया गया है बेल का पता भगवान शिव की पूजा के लिए उनकी प्रिय बेलपत्र के साथ-साथ बेल का फल भी देता है। घर में बेल का पौधा लगाते समय वास्तु के कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए।।
वास्तु के अनुसार ,बेल का पौधा हमेशा घर के उत्तर या पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। यह दिशा बेल का पौधा लगाने के लिए लाभकारी है।
बैल पत्र के पौधे को घर के आंगन में लगाने से नकारात्मकता दूर होती है। सावन के महीने में बेल के पेड़ की पूजा शुभ और फलदाई होती है।
इस महीने में बेल की पूजा करने और उसे पर लाल रंग कलावा बांधने से कुंडली में राहु के असर प्रभाव का छुटकारा मिलता है।
बेल के पेड़ में कलावा बांधने नियम से जल चढ़ाने से पितृ दोष की कारण होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
वास्तु के अनुसार चतुर्दशी ,अष्टमी ,नवमी ,चतुर्दशी और अमावस्या को बेलपत्र तोड़ना वर्जित माना गया है।
सोमवार के दिन भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए सोमवार के व्रत के लिए एक दिन पहले बेलपत्र तोड़ ले इसलिए सोमवार को बेलपत्र के तोड़ने के दोष से बचना चाहिए।