हरियाणा सरकार ने महिलाओं की तरक्की और जीवन सुधारने के लिए योजना शुरू की है। योजना महिला उधमशीलता और कौशल का प्रदर्शन करने में काफी कारगर साबित हो रही है। इस लेख में आज हम आपको महिला को विकास और जीवन को आसान बनाने वाली योजना पर चर्चा करेंगे। सरकार महिलाओं को अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू कर रही है । हरियाणा सरकार ने महिलाओं को सशक्त और समान अवसर देने के लिए कई कार्यक्रमों शुरू किया है इन कार्यक्रमों का मूल उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है और उनके हितो का सम्मान करना है।
मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना, लाडली सुरक्षा योजना और मातृशक्ति उद्यमिता योजना इनमें से कुछ हैं।
लाडली लोगों को सामाजिक सुरक्षा भत्ता
लिंगानुपात को सुधारने के लिए हरियाणा सरकार ने लाडली सुरक्षा कार्यक्रम शुरू किया था। 2006 में इस योजना की शुरुआत हुई थी। 2006 में हरियाणा में लिंगानुपात में को देखते असमानता को देखते हुए लाडली सुरक्षा भत्ता योजना शुरू की गई। उन परिवारों को इस योजना के तहत राज्य सरकार से मासिक रुपए 2750 रुपए मिलेंगे। इस कार्यक्रम में केवल बालिका और बच्चे हैं।
मातृ शक्ति उधमिता के लिए एक योजना
हरियाणा सरकार ने इस योजना को ₹500000 से कम आय वाली महिलाओ के लिए शुरू किया था जिसमें केवल तीन लाख रुपए तक का लोन ले सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य उद्देश्य महिलाओं को अधिक से अधिक स्वरोज देना है । इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाएं की उम्र 18 से 60 वर्ष होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री विवाह अनुदान योजना
उनकी लड़कियों की शादी के लिए उनके खाते में मुख्यमंत्री की विवाह शगुन योजना से 51000 जमा किए जाते हैं विवाह के समय ब्याज के साथ यह रज्म महिला को दी जाती है।
हरियाणा महिला समृद्धि कार्यक्रम
महिला को इस योजना के तहत हरियाणा सरकार से ₹60000 का लोन 5 परसेंट ब्याज पर ले सकती है। हरियाणा सरकार अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए इस कार्यक्रम को शुरू किया था।
विधवा पेंशन योजना
हरियाणा सरकार ने 2014 में विधवा पेंशन शुरू की थी। योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को पेंशन देना जिससे वो अपने पति की मौत के बाद इसका लाभ उठा सकती है वर्तमान में महिलाओं को इस योजना में 2750 रूपये पेंशन मिल रही है। 60 साल बाद इस योजना से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इस समय हरियाणा सरकार को इस योजना में 2750 पेंशन मिल रहे हैं।