गांव में युवाओ को अब मिलेगा गिरदावरी और फसल सर्वे का मौका ,मिलेगा वेतन भी ,यहां जाने पूरी जानकारी

Saroj Kanwar
3 Min Read

सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने की प्रयास किए जा रहे है इस उद्देश्य के लिए किसान और युवाओं को नई रोजगार योजना से जोड़कर लाभ प्रदान किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण युवाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से सरकारी योजनाओं की गिरदावरी की जा रही है,जिससे गांव में रोजगार अवसर पर राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद और गिनावट की जाने वाली बहुत सारी सरकारी योजना में फसलों की गिनावट की जा रही है। इस काम के लिए सरकार ग्रामीण युवाओ को शामिल करना चाहता है ताकि फसलों की सही गिनावट हो सके और योजना में पारदर्शिता आ सके। और किसानों को उसका लाभ पूरा मिल सके।

युवाओं से 10 जुलाई 2024 तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं

इंदौर जिले में राज्य शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशनुसार अब युवाओ को फसल गिनावट के लिए शामिल किया जाएगा। इस कार्य के लिए, इच्छुक युवाओं से 10 जुलाई 2024 तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। जो भी पढ़े लिखे युवा इस काम में योगदान देना चाहते है वो इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। फसलों की मध्य प्रदेश भू अभिलेख नियमावली के अनुसार ,फसल गिनावट का काम साल में तीन बार किया जाता है। खरीफ फसल सीजन , जायद फसल सीजन और रबी फसल सीजन। इस काम को सारा (स्मार्ट एप्लीकेशन फॉर रेवेन्यू एडमिनिस्ट्रेशन) ऐप के माध्यम से संपन्न किया जाता है। इस गिरावट या सर्वे का उपार्जन ,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आदि योजना में नियमित रूप से किया जाता है यह काम अब तक कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा खेतों में जाकर संपन्न किया गया है।

गिरदावरी काम के लिए आवेदन हेतु क्या है पात्रता व शैक्षणिक योग्यता

आवेदन का मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए। आवेदक की आयु 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए। आवेदन कर्ता को गांव के स्थानीय निकटतम ग्राम पंचायत का निवासी होनी चाहिए। आवेदनकर्ता है कि न्यूनतम शैक्षणिक योग्यतायोग्यता कक्षा 8वीं पास होनी चाहिए।
आवेदक के पास मोबाइल फोन (एंड्रॉयड वर्शन 6+) और इंटरनेट कनेक्शन होना आवश्यक है।
युवाओ को निर्धारित राशि का मानदेय दिया जायेगा।

फसलों की गिनावट गिरावट के काम के लिए ग्रामीण युवाओं को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इच्छुक युवा MPBHULEKH पोर्टल पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसमें आधार ओटीपी के माध्यम से पंजीकरण भूलेख पोर्टल के जारी करना होगा। ग्राम पंचायत द्वारा पटवारी के माध्यम से कामआवंटित किया जाएग। यह सारा एप के माध्यम से कार्य संपादित करेंगे। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान अपने निकटतम कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *