सौलर पेनल पर लगवाने के लिए सरकार दे रही है पुरे एक लाख की सब्सिडी ,जल्दी से उठाये इसका लाभ

Saroj Kanwar
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रिन्यूएबल एनर्जी के बढ़ते उपयोग के साथ कई लोग अपनी बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिए सोलर एनर्जी की और शिफ्ट हो रहे हैं। सोलर पैनल लगाकर खुद अपने घर बिजली खुद प्रोड्यूस कर सकते हैं जिससे ग्रेड पर निर्भरता कम हो जाती हैं। पावर कट होने पर भी आप बिना रुकावट के बिजली का उपयोग कर सकते हैं।

सोलर पैनल का उपयोग न केवल बिजली जनरेट करने के लिए किया जाता है बल्कि पानी को गर्म करने के लिए किया जाता है। सोलर हीटर की मदद से। सोलर पैनलों को अडॉप्ट करने के लिए सरकार योजना लेकर आए जिस देश के नागरिक सोलर सिस्टम इनस्टॉल कर सके बिना पैसों की भोज की चिंता किये। आज के समय एनर्जी की डिमांड को सस्टेनेबल तरीके से पूरा करना बहुत जरूरी हो गया।

वायु प्रदूषण कम होता है और क्लाइमेट चेंज काम होता है

सोलर पैनल इस जरूरत को पूरा करने और क्लाइमेट चेंज करने के इफेक्ट को कम करने में काफी बड़ा रोल निभाते हैं । ट्रेडिशनल एनर्जी सोर्स के विपरीत सोलर पैनल पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचते हैं। इसकी वजह भी इसकी सेफ्टी में योगदान देते हैं। सोलर पैनल सनलाइट की बिजली बनाते हैं जिससे पर्यावरण प्रदूषण किए बिना पावर जेनरेट करते हैं। वह रिन्यूएबल एनर्जी सोर्स का उपयोग करते हैं और ग्रीन हाउस गैसों का एनीमेशन नहीं करते जिससे वायु प्रदूषण कम होता है और क्लाइमेट चेंज काम होता है।

एक स्टेबल और कॉस्ट इफेक्टिव पावर सप्लाई ऑफर करते

भारत सरकार सोलर पैनल की इंस्टॉलेशन को प्रोत्साहित करने के लिए कई सब्सिडी प्रदान करती है। यह सब्सिडी सोलर पैनल लोगों को किफायती बनाती है जिससे अपनाने को बढ़ावा मिलता है । सोलर पैनल इंस्टॉल करके आने से आप पावर ग्रिड पर कम निर्भर हो जाते हैं ,यह आउटेज के दौरान में निरंतर पावर सप्लाई सुनिश्चित करता है जो लिमिटेड पावर एक्सेस वाले क्षेत्रों में फायदेमंद है। सोलर पैनल आपके घर की सभी बिजली की जरूरत को पूरा कर सकते हैं। आप उन्हें अपने आवश्यकताओं के अनुसार इंस्टॉल कर सकते हैं जिससे एक स्टेबल और कॉस्ट इफेक्टिव पावर सप्लाई ऑफर करते हैं।

सब्सिडी सोलर पैनल सिस्टम की कैपेसिटी के आधार पर अलग-अलग होती है

सोलर पैनलों का उपयोग वैज्ञानिक रिसर्च और एक्सपेरिमेंट में बड़े पैमाने पर किया जाता है। वह स्पेस मिशनों को पावर प्रदान करने के लिए जरूरी है और यह सुनिश्चित करते हुए की स्पेसक्राफ्ट के पास कंटीन्यूअस ऑपरेशन के लिए एक रिलायबल एनर्जी स्टोर से किसी सेक्टर में सोलर पैनल का इक्विपमेंट के ऑपरेशन के लिए जरूरी है। उदाहरण के लिए सोलर एनर्जी चलने वाले पंपों का उपयोग सिंचाई के लिए किया जा सकता है जिसे फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम हो जाती है। सरकार ने सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी देने वाली कई योजनाएं शुरू की है । यह सब्सिडी सोलर पैनल सिस्टम की कैपेसिटी के आधार पर अलग-अलग होती है।

2 किलो वाट का सोलर पैनल सिस्टम लगाते हैं तो उसका खर्चा लगभग 1 .20 लाख आता है

अगर आप 2 किलो वाट का सोलर पैनल सिस्टम लगाते हैं तो उसका खर्चा लगभग 1 .20 लाख आता है। सरकारी कॉस्ट पर 40% सब्सिडी देती है जिससे 48000 की सब्सिडी मिलती है और आपका खर्च 72 हजार रह जाता है। इस तरह अगर आप 4 किलो वाट के सिस्टम के लिए टोटल कॉस्ट लगभग 2 पॉइंट 50 लाख है जिसमें सरकार लगभग 1 लाख की सब्सिडी देती है। यह फाइनेंसियल असिस्टेंस सोलर पैनल को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाती है, जिससे रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोगो को बढ़ावा मिलता है।

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