चैत्र माह में 8 अप्रैल, सोमवार के दिन अमावस्या पड़ रही है। सोमवार के दिन पड़ने के चलते इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सोमवती अमावस्या को बेहद शुभ माना जाता है। कहते हैं अमावस्या पर यदि स्नान और दान किया जाए तो पितरों का आशीर्वाद मिलता है। माना जाता है कि पितृ दोष लगने पर पारिवारिक सुख-शांति भी भंग हो जाती है। पितरों को खुश करने के लिए और उनका आशीर्वाद पाने के लिए कुछ चीजों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है।
- पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए तिल का दान करना शुभ होता है। अमावस्या पर काले तिल का दान किया जा सकता है। काले तिल दान में देने पर कुंडली से बुरे ग्रहों का असर भी कम होता है। इससे घर पर सुख-समृद्धि भी आती है।
- सोमवती अमावस्या के दिन चांदी से बनी चीजों का भी दान किया जा सकता है। चांदी का दान करने पर पितृ प्रसन्न होते हैं।
- भोजन के दान को भी शुभ कहा जाता है। गरीबों और जरूरमंदों का पेट भरना पुण्य का काम कहा जाता है।
सोमवती अमावस्या की पूजा
सोमवती अमावस्या के दिन सुबह उठकर स्नान किया जाता है। जो लोग पवित्र नदियों के आसपास नहीं रहते हैं वे घर में ही बाल्टी में गंगाजल डालकर स्नान कर लेते हैं। सोमवती अमावस्या पर भगवान शिव का पूजन भी किया जाता है।