आपकी मंथली सैलरी ₹100000 है यह एक अच्छी सैलरी है। परिवार भी छोटा है। लेकिन फिर भी पैसा बचता नहीं है। लोग कहते हैं कि किसी महीने कुछ बच जाता है फिर अगले महीने उससे ज्यादा खर्च हो जाता है ! ऐसे में कुल मिलाकर सैलरी अच्छी होने के बावजूद हाथ खाली है हर महीने आपको सेलेरी मिलती है लेकिन हर महीने की आखिरी में फिर सैलरी का इंतजार करना पड़ता है। यह समस्या हर किसी को समझ नहीं आ रही है कि पैसे कहाँ खर्च होते है हर महीने चाहते है की कि अगले महीने से बचत कर सके लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है।
अब इन लोगों को क्या करना चाहिए था ताकि वित्तीय तोर आत्मनिर्भर हो और आने वाले फ्यूचर के लिए प्लानिंग कर पाएं। हम आपको बताते हैं कि एक लाख की सैलरी में से कितना बचना चाहिए और उस बचत राशि को कहां निवेश करने पर थोड़ा जोखिम के साथ मोटा रिटर्न मिल सके। जानकारी के मुताबिक सैलरी अच्छी है और बचत को लेकर काफी गंभीर ऐसे में वेल्थ क्रिएट करने के लिए इन फॉर्मूले को अपना सकते हैं । सबसे पहले अपना बजट बनाएं । अपने आय और खर्चों की लिस्ट बनाएं इससे पहले आपको पता चलेगा कि आपकी कितना पैसा पैसा बचत के लिए है।
कहां करें निवेश
अपनी आय का कम से कम 20%बचाना चाहिए इससे आपको लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएट करने मदद मिलेगी। इस राशि को आप शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट और गोल्ड बॉन्ड समेत कई निवेश के विकल्पों में लगा सकते हैं। जैसे अभी निवेशक की उम्र अभी 30 के आसपास है। ऐसे में उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विकल्पों पर कम फोकस करना चाहिए क्योंकि वो जहां जॉब कर रहे हैं वहां पीएफ में कंट्रीब्यूशन हो रहा है। हालांकि हमेशा डायवर्सीफाइ पोर्टफोलियो से जोखिम कम और रिटर्न अच्छा मिलता है।
लंबी अवधि के लिए निवेश करें
निवेश हमेशा लंबी अवधि के लिए कीजिए ! इससे आपको समय के साथ अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलेगी ! आज हर हाथ में मोबाइल है ऐसे में जब भी वक्त मिले तो रील देखने की बजाय फाइनेंस से जुड़ी चीजों को पढ़ें ! साथ ही आप वित्तीय सलाहकार की भी मदद ले सकते हैं ! कि कैसे सेविंग करें और उसे कहां-कहां लगाएं ! आइए एक उदाहरण से समझते हैं ! अमन को फिलहाल क्या फॉर्मूला अपनाना चाहिए !
जरूरी खर्च – 50% ( 50,000 रुपये )
बचत – 20% ( 20,000 रुपये )
निवेश – 15% ( 15,000 रुपये )
वैकल्पिक खर्च – 10% ( 10,000 रुपये )
अन्य – 5% ( 5,000 रुपये )
Savings Tips
अगर कोई EMI चल रही है तो उसे पर अपने आमदनी का 5 फिसदी राशि खर्च करना चाहिए। हालांकि अगर आप किराये पर रहते हुए अपनी कार लेना चाहते है तो EMI की राशि 8% यानी ₹8000 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा हर साल सैलरी बढ़ाने के साथ निवेश को भी बढ़ाना होगा। कुल मिलाकर काम से कम अपनी आएगा 30% निवेश करना चाहिए ताकि फ्यूचर की सभी गोल हासिल होसके।