राजस्थान सरकार आगामी बजट 2025 में राजस्थान सोलर सब्सिडी को लेकर घोषणा कर सकते हैं। अगर ऊर्जा विभाग का प्रस्ताव मंजूर होता है तो घरेलू रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। सरकार का लक्ष्य है की घर सौर ऊर्जा की ओर बढ़ें और बिजली बचत को बढ़ावा दिया जाए।
राजस्थान में घरेलू सोलर प्लांट पर क्यों है फोकस?
राजस्थान इंडस्ट्रियल सौर ऊर्जा उत्पादन में देश भहर में अग्रणी है। लेकिन घरेलूरूफटॉप सोलर के मामले में काफी पीछे है। विशेषज्ञों के अनुसार, फ्री बिजली योजना के कारण लोग सौर ऊर्जा में निवेश करने से बच रहे हैं। राजस्थान अक्षय ऊर्जा संघ के अध्यक्ष यादव का कहना है कि लोगों को सौर ऊर्जा की और आकर्षित करने का एकमात्र तरीका यह है कि सरकार रूफटॉप सोलर पर 80% तक सब्सिडी उपलब्ध कराये जिससे यह लगभग मुक्त हो जाए।
सरकार का लक्ष्य और मौजूदा स्थति
राज्य सरकार ने 2026 तक ₹5 लाख घरों में रूफटॉप सोलर लगाने का लक्ष्य रखा लेकिन अभी तक केवल 26000 घरों में ही यह योजना लागू हो पाई है। इसलिए सरकार इसे और प्रभावी बनाने की तैयारी कर रही है।
कितनी मिलेगी सब्सिडी
वर्तमान में केंद्र सरकार 2 किलो वाट किशोर सोलर प्लांट पर ₹60000 की सब्सिडी दे रही है जबकि इसकी कुल लागत लगभग 1 लाख रुपए होती लेकिन बढ़ती कीमतों के करण लागत 1.1 से 1.2 लाख रुपये तक पहुंच गई है। सूत्रों के अनुसार ,राज्य सरकार बजट 2025 में 20000 की प्रति 2 किलोवाट अतिरिक्त सब्सिडी देने की योजना बना रही है। इसका मतलब यह केंद्र और राज्य सरकार पर मिलाकर कुल 80 हजार रुपए की सब्सिडी देगी जो कुल लागत का 80% होगा।
सरकार इस कदम से मुफ्त बिजली योजना पर होने वाले खर्च को कम करना चाहते है वित्त मंत्री दिया कुमारी ने हाल में संकेत दिया था कि बजट 2025 -26 ग्रीन एनर्जी पर केंद्र होगा। इससे साफ है कि राजस्थान सरकार घरेलू सौर ऊर्जा को अपनाने के लिए बड़े फैसले लेने जा रही है।