आज के समय भारत में कहीं ऐसी बैंक स्कीम्स प्रदान करते हैं जिनमें निवेशको कुछ ब्याज दर का लाभ मिलता है। इसी प्रकार पोस्ट ऑफिस भी निवेश के लिए एक सुरक्षित और आकर्षक विकल्प है ,खासकर महिलाओं के लिए।पोस्ट ऑफिस की महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना विशेष रूप से महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की उद्देश्य से शुरू की गई है। यह योजना सुरक्षित निवेश के साथ-साथ अच्छा रिटर्न भी प्रदान करती है।
महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र योजना केवल महिलाओं के लिए उपलब्ध एक विशेष स्कीम है जिसमें महिलाएं 2 वर्ष की अवधि के लिए अपना पैसा निवेश कर सकती है। योजना पोस्ट ऑफिस में और कुछ चुनिंदा बैंकों में उपलब्ध है इस योजना में निवेश हर 7.5% वार्षिक ब्याज दर का लाभ मिलता है जो कई बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स की तुलना में अधिक है।
मुख्य लाभ: महिलाओं के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प जो उन्हें उच्च ब्याज दर प्रदान करता है।
न्यूनतम निवेश: MSSC में आप कम से कम 1000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं।
अधिकतम निवेश: इस योजना में अधिकतम 2 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है।
ब्याज दर और संभावित रिटर्न
महिला सम्मान बचत प्रमाण योजना पर वार्षिक ब्याज दर 7.5% है। इसका मतलब है कि निवेशक को निश्चित रूप से अच्छा रिटर्न मिलेगा उदाहरण के लिए यदि कोई महिला इस योजना में 1.50 लाख का निवेश करती है तो 2 साल की अवधि के बाद उसे कुल ₹1,74,033 प्राप्त होंगे जिसमें 24033 ब्याज के रूप में शामिल है। इसी तरह यदि कोई निवेशक ₹200000 का निवेश करता है तो 2 साल बाद उसे₹2,32,044 रुपए मिलेंगे जिसमें ₹32,044 का ब्याज शामिल है।
MSSC अकाउंट कैसे खुलवाएँ
अगर कोई महिला MSSC योजना में निवेश करना चाहती है तो वह पोस्ट ऑफिस या बैंक शाखा में जाकर यह अकाउंट खुलवा सकती है। इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक है। आधार कार्ड ,पैन कार्ड ,मोबाइल नंबर इन दस्तावेजों के साथ संबंधित शाखा में जाकर आवेदन पत्र भरे। इसके बाद आप एमएससी योजना में आसानी से निवेश कर सकते हैं इस स्कीम के लिए फिलहाल ऑनलाइन आवेदन का विकल्प उपलब्ध नहीं है।
टैक्स में छूट और अतिरिक्त लाभ
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना के तहत महिलाओं को ₹40,000 तक के ब्याज पर टैक्स छूट प्रदान की जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करना है। इस स्कीम का लाभ उठाकर महिलाएं न केवल बचत कर सकती हैं बल्कि एक सुरक्षित और सुनिश्चित भविष्य के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन सकती हैं।