सोलर एनर्जी की बढ़ती डिमांड के कारण कई लोग अपनी बिजली के बिल को काफी कम करने में सक्षम बना रहा है। सोलर एनर्जी के एग्री ने एनर्जी का नेचुरल सोर्स पर्यावरण को बिना कोई नुकसान नहीं होता है। न हीं कोई प्रदूषण होता है। इसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने का योजना शुरू करी है ऐसी ही एक पहल है “सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” 10 किलो वाट तक की कैपेसिटी वाले सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी ऑफर करती है । इस आर्टिकल में हम बात करें ‘नई पीएम सूर्य घर बिजली योजना । के बारे में और जानेंगे कैसे स्टेट सब्सिडी की डिटेल्स लिस्ट में आपको कितनी सब्सिडी मिलेगी।
स्टेट-वाइज सब्सिडी जानें
सोलर पैनल सिस्टम का प्राइमरी कंपोनेंट सोलर पैनल ही होता है जिसमें फोटोवोल्टिक सेल होते हैं। यह PV सेमीकंडक्टर मैटेरियल से बने होते हैं जो सनलाइट को इलेक्ट्रॉन में बदल देते हैं जिससे डायरेक्ट करंट बिजली पैदा होती है। जनरेट की गई बिजली को इस्तेमाल करने योग्य रूप में बदलने के लिए कई अलग इक्विपमेंट की आवश्यकता होती है। उत्तर प्रदेश सरकारी 1 किलो वाट तक की सोलर सिस्टम के लिए 15000 प्रति किलो वाट की सब्सिडी प्रदान करती है जो3 किलो वाट तक के सिस्टम पर लागू होती है। इसके अलावा 10 किलो वाट तक की सिस्टम के लिए ₹12000 प्रति किलो वाट की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
महाराष्ट्र सरकार 1 से 3 किलो वाट तक के सोलर सिस्टम पर 40% तक और 3 से 10 किलो वाट तक की सोलर सिस्टम और 20% सब्सिडी प्रदान करता है। गुजरात सरकार 1 से 3 किलो वाट तक के सोलर सिस्टम के लिए 40% और 3 से किलो वाट तक के सिस्टम के लिए 20% सब्सिडी प्रदान करती है जिसकी मैक्सिमम सब्सिडी लिमिट ₹100000 है। केरल सरकार 1 से 3 किलो वाट तक के सोलर सिस्टम के लिए 40% से और 3 से 10 किलो वाट तक के सिस्टम के लिए 20% सब्सिडी प्रदान करती है। राजस्थान सरकार 1 से 3 किलो वाट तक के लिए सोलर सिस्टम के लिए 40% और 3 से 10 किलो वाट तक की सिस्टम के लिए 20% सब्सिडी प्रदान करता है।
सोलर सिस्टम लगाना आसान बनाने के लिए कईकेटेगरी में सब्सिडी प्रदान करती है
सरकार लोगों के लिए सोलर सिस्टम लगाना आसान बनाने के लिए कईकेटेगरी में सब्सिडी प्रदान करती है। इस योजना में 1 किलो वाट तक का सौर सिस्टम पर आपको 30000 प्रति किलो वाट की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। 2 किलो वाट तक का सोलर सिस्टम कर आपको 60000 प्रति किलो वाट की सब्सिडी मिलेगी वहीं आपको 3 से 10 किलो वाट तक का सोलर सिस्टम पर 78000 की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम सबसे पॉपुलर ऑप्शन है
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम सबसे पॉपुलर ऑप्शन है क्योंकि इससे जनरेट की गई बिजली सीधे ग्रिड में भेजी जाती है। इससे आपका बिजली बिल कम हो जाता है। बैट्री स्टोरेज की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सिस्टम पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का उपयोग करता है और बिजली बिल की कैलकुलेशन नेट मीटरिंग की मदद से की जाती है। सबसे पहले इस सुनिश्चित करें कि इंस्टॉल MNRE और राज्य नोडल एजेंसी के साथ लिस्टेड है। फिर इंस्टालर आपकी ओर से सब्सिडी एप्लीकेशन सब्सिडी सबमिट करेगा। सब्सिडी अप्रूव होने के बाद इंस्टॉलेशन पूरा करेगी और नेट मीटिंग सुनिश्चित करेगा । नोडल एजेंसी इंस्टॉलेशन का वेरिफिकेशन और इंस्पेक्शन करेगी जो सब्सिडी अमाउंट आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।