भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में चौथा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। जहां ऑस्ट्रेलिया की टीम ने बल्लेबाजी करते हुए 474 रन बनाए। उसके जवाब में जब भारतीय टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो यशश्वी जायसवाल के 82 रनों के अलावा कोई भी कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद टीम इंडिया के लिए संकट मोचक बनकर उतरे नीतीश कुमार रेड्डी।
नितीश रेड्डी ने आज 105 रनों की पारी खेली हो अभी भी नाबाद है
नितीश रेड्डी ने आज 105 रनों की पारी खेली हो अभी भी नाबाद है। इस दौरान जब वो 99 रन पर बल्लेबाजी खेल रहे थे तो स्टैंड में उनके पिता काफी परेशान दिख रहे थे लेकिन जैसे नीतीश कुमार रेड्डी ने अपना पहला शतक लगाया तो स्टेण्ड में बैठे उनके पिता की आंखों में आंसू नहीं रुक रहे थे नीतीश जब शतक बना कर मैदान वापस लौट रहे थे तो उनके पिता ने तो उनके पिता ने उन्हें कई आवाज दी, जो फैंस की शोर में नीतीश कुमार रेड्डी नही सुन सके उसके बाद बारिश की वजह से मैच को समय से पहले डिम में खत्म कर दिया तो टीम इंडिया होटल पहुंची । इस दौरान नीतीश कुमार रेड्डी के पिता अपने परिवार के साथ होटल पहुंचे तो और बेटे से मिले। इस दौरान उनका पूरा परिवार भावुक नजर आया।
बेटे को गले लगाकर रोने लगे
नीतीश कुमार रेड्डी से मिलने उनके पिता के अलावा उनकी बहन भी पहुंचे। होटल पहुंचने के बाद नीतीश कुमार रेड्डी के पिता भावुक हो गए गए और बेटे को गले लगाकर रोने लगे उसके बाद टीम इंडिया का धन्यवाद दिया। नीतीश रेड्डी के लिए इस दौरान कहा कि यहां तक पहुंचने के लिए हमने काफी ज्यादा संघर्ष किया है । मेरे बेटे ने आज बहुत अच्छा खेला और मुझे उसे पर काफी ज्यादा गर्व है। और वो भारतीय टीम का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। नीतीश रेड्डी ने के साथ शतकीय पारी खेलने के बाद नीतीश के पिता मुत्याला रेड्डी का इंटरव्यू लेनेब्रॉडकास्टर की तरफ से एडम गिलक्रिस्ट पहुंचे । इस दौरान उन्होंने ने पूछा कि बेटे के शतक के बाद कैसा लग रहा है। जिसके जवाब में क्रिकेटर के पिता ने कहा ,
हमारे परिवार के लिए खास दिन है और इस दिन का अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूल सकते है। वह 14 15 साल की उम्र से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और इंटरनेशनल क्रिकेट में बहुत खास है। वही जब नितीश रेड्डी 99 के निजी स्कोर पर थे तो पूरे भारत के साथ उनके पिता भी काफी तनाव में थे जिसके बारे में जब एडम गिलक्रिस्ट ने पूछा तो मुत्याला रेड्डी ने कहा कि
“मैं बहुत तनाव में था. केवल आखिरी विकेट बचा था. शुक्र है कि सिराज बच गए.”