IAS Success Story: नौकरी छोड़की UPSC की तैयारी, तीसरे प्रयास में बिना कोचिंग बनीं IAS

Saroj Kanwar
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हर साल लाखों युवा यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होते हैं। लेकिन कुछ ही इस परीक्षा को पास करके सफलता हासिल कर लेते है। कुछ अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए कोचिंग का सहारा लेते है लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिलती। इसकी वजह से एग्जाम की रणनीति के बारे में कम जानकारी।

सेल्फ स्टडी से UPSC क्रैक

यूपीएससी परीक्षा क्रेक करने की रणनीति के बारे में जानने का सबसे अच्छा स्रोत एक आईएएस अफसर की परीक्षा को तैयारी करने के तरीके के बारे में जानना होता है हम आपको एक आईएएस अधिकारी की सफलता की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के जरिए इस परीक्षा को पास किया।

कोचिंग लेना न लेना कैंडिडेट की स्वेच्छा पर

UPSC की परीक्षा बहुत कठिन होता है। इसलिए ज्यादातर उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए कोचिंग करते हैं इसके लिए उन्हें लाखों रुपए देने पड़ते हैं। उधर इस परीक्षा को लेकर सरजना यादव का लकी नजरिया था। एक इंटरव्यू में सरजना ने कहा कि उम्मीदवार की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कोचिंग लेना चाहता है या नहीं।

सेल्फ स्टडी काफी बेहतर है

अगर आपको लगता है कि आपके पास पढ़ाई के लिए पर्याप्त सामग्री है और आप यूपीएससी के लिए आपकी स्ट्रेटजी की बेहतर है तो आप सेल्फ स्टडी पर भरोसा करके भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। वहीं अगर व्यक्ति को लगता है कि वह क्लास के माहौल से बेहतर प्रदर्शन कर पाएगा और उसे कोचिंग ज्वाइन कर लेनी चाहिए। हालांकि अगर आप अपनी पढ़ाई के प्रति अअनुशासित ईमानदार हैं, तो सेल्फ स्टडी काफी बेहतर है।

यहां से की ग्रेजुएशन

सरजना यादव ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। सरजना ने नौकरी के दौरान यूपीएससी की तैयारी की लेकिन उन्हें दो प्रयासों में भी सफलता नहीं मिली।

UPSC में 126 रैंक


उन्होंने अपनी गलतियों से सीखा। यूपीएससी की तैयारी के लिए सरजना ने नौकरी छोड़ दी। साल 2019 में उन्होंने सिविल सेवा के इम्तिहान में ऑल इंडिया 126 वीं रैंक हासिल की।

कैंडिडेट्स के लिए सलाह


सर्जना कहती है कि ज्यादा किताबें पढ़ने की बजाय उम्मीदवार को सीमित किताबें ही पढ़नी चाहिए। उम्मीदवार को उन किताबों को बार-बार पढ़ते रहना चाहिए।

सर्जना का कहना है कि गूगल पर विषयों की डिटेल, वीडियो और टूटोरियल मिल जाएंगे जिससे आपके मन में एक भी डाउट नहीं रहेगा।

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