भारतीय रेलवे दुनिया के चौथी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है। भारतीय रेलवे से रोजाना करोड़ो की संख्या में यात्रा सफल करते हैं उनके लिए भारतीय रेलवे योजना की ट्रेनिंग चलता है। रेलवे में सफर करने पर लोगों की काफी सहूलियत पर सुविधा मिलती है। भारत में अक्सर किसी को दूरी का सफर तय करना हो तो लोगों की पहली पसंद ट्रेन होती है इसलिए ज्यादा लोगों को ट्रेनों से जाते हैं। ट्रेन में सफर लोग दो तरह से टिकट लेकर जाते हैं। एक रिजर्व कोच की टिकट दूसरी अनरिजर्व्ड कोच की टिकट
ज्यादातर यात्री ट्रेन में रिजर्वेशन करवा कर ही जाना पसंद करते हैं. क्योंकि रिजर्व कोच में ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं होती और आपका सफर आरामदायक होता है. रिजर्व कोच में आपका सफर भी सुरक्षित होता है. अनऑथराइज्ड परसों उसमें नहीं घुस सकता।
रिजर्वेशन करवाते समय कई बार टिकट वेटिंग में चली जाती है
ट्रेन में रिजर्वेशन करवाते समय कई बार टिकट वेटिंग में चली जाती है लेकिन कई बार बहुत से लोग एक की टिकट पर कई लोगों का रिजर्वेशन करवा लेते हैं। एक टिकट पर अधिकतर छह लोगों का रिजर्वेशन होता है। इसमें सीट अलग-अलग होती है। अक्सर कई लोगों के मन में सवाल होता है कि अगर किसी ने छह लोगों के लिए एक टिकट बुक करवाई है उसमें सिर्फ एक की सीट कंफर्म हो जाए और बाकी के पांच लोगों की सीट कंफर्म नहीं हो तो फिर 5 लोग सफर कैसे करेंगे।
आरक्षित कोच में यात्रा नहीं की जा सकतीहै
तो आपको बता दे की 6 लोगों की टिकट एक साथ बुक करवाई है एक ही भी पीएनआर में तो फिर वह टिकट कैंसिल नहीं होगी लेकिन सभी यात्रियों को सीट नहीं मिलेगी। सीट सिर्फ उसी यात्री को मिलेगी जिसकी टिकट कंफर्म हुई है अगर बाकी पैसेंजर्स आरएसी में हैं वह आधी सीट पर सफर कर सकते हैं। लेकिन अगर वह टिकट वेटिंग में है तो फिर उनके लिए टीटी से बात करनी होगी क्योंकि रेलवे की नियमों की वेटिंग टिकट को लेकर आरक्षित कोच में यात्रा नहीं की जा सकतीहै।