किसानों को सिंचाई कार्य के लिए बिजली की आवश्यकता होती है। ऐसे में सिंचाई कार्य के लिए अलग से कनेक्शन और ट्रांसफर उनके खेत में लगाया जाता है। लेकिन कई बार ट्रांसफर चोरी हो जाते हैं खराब हो जाते हैं बदलवाने के लिए विद्युत विभाग में जाना पड़ता और वे इसे बदलने के लिए किसान से पैसा चार्ज करते हैं पर अब ऐसा नहीं होगा। यदि किसान खेत में लगा ट्रांसफर चोरी हो जाता है या खराब हो जाता है तो बिना किसी शुल्क के विभाग की ओर से बदला जाएगा। राज्य सरकार ने अपने नियमों में संशोधन कर दिया।किसान के चोरी हुए या खराब हुए ट्रांसफर को बिना शुल्क लिए बदल दिया जाएगा ।
हरियाणा सरकार की ओर से किसानों के हित में फैसला लिया है
दरअसल हरियाणा सरकार की ओर से किसानों के हित में फैसला लिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के हित में फैसला लेते हुए ट्रांसफर चोरी या खराब होने की स्थिति में उनसे शुल्क नहीं लेने का निर्णय लिया।राज्य सरकार द्वारा यह दिशा-निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं। हरियाणा विधुत नियामक आयोग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से लिए गए निर्णय के अनुसार , 15 जनवरी को घोषित अधिसूचित एचईआरसी विद्युत आपूर्ति संहिता विनियमन 2014 में संशोधन किया गया है। इससे हरियाणा के किसानों को ट्रांसफर बदलवाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।
सरकार ने इस फैसले पर किसानों को राहत मिलेगी
हरियाणा सरकार की ओर से नियमो में किए गए संशोधन के बाद उपभोक्ताओं से ट्रांसफर के चोरी होने या प्राकृतिक आपदाओं से खराब होने की स्थिति में बदलने या मरम्मत करवाने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। जबकि पहले भुगतान द्वारा ट्रांसफर की वारंटी में खराब या चोरी होने पर उसकी कीमत का 20% तथा वारंटी खत्म होने पर बदलने की स्थिति में ट्रांसफर की कीमत का 10% शुल्क जमा करवाया जाता था। ट्रांसफर बदलवाने या मरम्मत करने पर किसानों पर वित्तीय बोझ पड़ता था। इसे देखते हुए सरकार ने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए मौजूद प्रावधानों में संशोधित किया है ताकि किसानों पर अतिरिक्त लागत को बोझ नहीं बढ़े। सरकार ने इस फैसले पर किसानों को राहत मिलेगी।
किसानों को 10 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जाती है
हरियाणा में कृषि सिंचाई के लिए किसानों को 10 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जाती है। ऐसे में राज्य सरकारबाहर से 12 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद पर किसानों को नाम मात्र दर से बिजली उपलब्ध करवा रही है। हरियाणा में बिजली की आपूर्ति का भी नया तरीका में निकाला हुआ है यहां से किसानों को दिन में सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है वही उद्योगों को रात में बिजली दी जाती है इससे दोनों का फायदा होता है।
यहां के किसानों के लिए ट्यूबवेल कनेक्शन योजना शुरू शुरू हुई है
हरियाणा सरकार की ओर से यहां के किसानों के लिए ट्यूबवेल कनेक्शन योजना शुरू शुरू हुई है। इसकेतहत राज्य के किसानो को ट्यूबवेल कनेक्शन प्रदान किया जा रहे हैं इसके लिए यहां किसान कल्याण योजना चलाई जाती है। इस योजना के तहत किसानों को सस्ती दर पर ट्यूबवेल कनेक्शन प्रदान किया जाता है। हरियाणा सरकार की ओर से किसानो के लिए स्वेच्छिक योजना शुरू की गई है। इसके तहत उपभोक्ता को अपना लोड बढ़ाने के लिए 100 रुपए प्रति वर्ग किलो वाट की दर से जमा करवाना होता है। इसके अलावा सर्विस कनेक्शन शुल्क की वसूली नहीं की जाती है। । सर्विस कनेक्शन 1500 रुपए प्रति बीएचपी है। कनेक्शन पर बिना किसी जुर्माने क लोड बढाया जाता है।