वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतिया तिथि को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। इस साल अक्षय तृतीया शुक्रवार, 10 मई 2024 को है। इस तिथि पर सूर्य और चंद्रमा अपनी उच्च राशि में मौजूद रहते हैं।
आमतौर पर लोग अक्षय तृतीया की तिथि को खरीदारी या शुभ-मांगलिक कार्यों की शुरुआत के लिए अति उत्तम मानते हैं। आइये जानते हैं अक्षय तृतीया की 10 महत्वपूर्ण बातें-
- अक्षय तृतीया के दिन किए गए काम में खूब बरकत होती है और शुभ फल मिलता है इसलिए लोग इस दिन नया व्यापार शुरू करने से लेकर जमकर खरीदारी भी करते हैं।
- अक्षय तृतीया के दिन आप जो काम करेंगे उसका फल आपको जरूर मिलेगा।
- अक्षय तृतीया की तिथि से ही सतयुग, द्वापरयुग और त्रेतायुग के शुरुआत की गणना होती है।
- खरीदारी के साथ ही दान करने के लिए भी अक्षय तृतीया का दिन महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस दिन को अच्छे कर्मों को संचित करने के लिए भी श्रेष्ठ माना जाता है।
- अक्षय तृतीया पर जौ का दान करना स्वर्ण दान के समान माना जाता है। इसी के साथ इस दिन भूमि, स्वर्ण, पंखा, छाता, जल, सत्तू, वस्त्र आदि का दान भी किया जा सकता है।
- अक्षय तृतीया पर अगर रोहिणी नक्षत्र हो तो इस दिन की महत्ता हजारों गुणा बढ़ जाती है और इस बार 10 मई को अक्षय तृतीया के दिन सुबह 10:47 तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा।