भारतीय रिजर्व बैंक ने इस सप्ताह अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक करने जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है की इस बार भी में प्रमुख व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं करेगा। यह बैठक 4 से 6 दिसंबर 2020 के बीच होगीऔर इसके फैसले की घोषणा 6 दिसंबर को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास करेंगे जहां एक और उधार कर्ता को राहत मिलेगी। ! जहां एक ओर उधारकर्ताओं को राहत मिलेगी, वहीं बचतकर्ताओं को स्थिर रिटर्न मिलेगा।
फिक्स डिपाजिट बाजारों पर भी नजर डालना जरूरी है
इसके साथ ही मौजूद फिक्स डिपाजिट बाजारों पर भी नजर डालना जरूरी है क्योंकि निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प है तो चलिए जानते हैं इस फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वालों को कितना ब्याज मिलेगा।आइये जानते है विस्तार से।
विशेषज्ञों कहना की मुद्रास्फीति यानि की महंगाई दर अभी भी सहनशीलता सीमा के ऊपर कर चुकी है। इसके अलावा दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों की उम्मीद से कम रहे है। इन दोनों कारकों को ध्यान में रखते आरबीआई इस पर इस बार भी ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला कर सकती है। बैंक ऑफ़ बड़ौदा के मुख्यअर्थशास्त्री मदन सबनवीस का कहना कि वैश्विक अनिश्चित और मुद्रास्फीति के संभावित प्रभाव को देखते हुए आरबीआई तथायथास्थिति बनाए रख सकता है। वही रेटिंग एजेंसी इक्रा की अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा की अक्टूबर में मुद्रास्फीति सहनशील सीमा को पार कर गई थी। ऐसे में दिसंबर की बैठक में ब्याज दरों में बदलाव की संभावना कम है।
एफडी ब्याज दरें
अगर आप अपने बचत को सुरक्षित और स्थिर होने के साथ निवेश करना चाहते हैं तो फिक्स डिपाजिट एक बेहतरीन विकल्प है। भारत की प्रमुख बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा दी जारी मौजूदा फिक्स डिपाजिट ब्याज की जानकारी दी गई है।
बैंक/संस्थान – सामान्य नागरिक ब्याज दर – वरिष्ठ नागरिक ब्याज दर – एफडी अवधि
एसबीआई – 7.10% – 7.60% – 5-10 साल
एचडीएफसी बैंक – 7.25% – 7.75% – 5-10 साल
आईसीआईसीआई बैंक – 7.50% – 8.00% – 5-10 साल
बजाज फाइनेंस – 8.60% – 8.85% – 42 महीने
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक – 7.75% – 8.25% – 1-5 साल
कोटक महिंद्रा बैंक – 7.25% – 7.75% – 5-10 साल
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया – 7.30% – 7.80% – 5-10 साल
एसबीएम बैंक – 8.25% – 8.75% – 1-3 साल
एफडी में निवेश के फायदे
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है ! जहां आपका पैसा बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होता हैं।
एफडी पर ब्याज दरें पहले से तय होती हैं ! जिससे आपको निश्चित रिटर्न मिलता है।
वरिष्ठ नागरिकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों की तुलना में 0.50% तक अधिक ब्याज मिलता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि 7 दिनों से लेकर 10 साल तक हो सकती है ! जिससे आप अपनी जरूरत के अनुसार निवेश कर सकते हैं।
RBI द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने का मतलब है कि फिक्स्ड डिपॉजिट परब्याज दरे स्थिर रहेंगी। अगर भविष्य में मुद्रास्फीति में कमी आती है तो FD में ब्याज डरो में गिरावट हो सकती है। इसलिए अगर आप फिक्स डिपॉजिट में निवेश करने की योजना बना रहे है तो सही समय हो सकता है।