सरकार की ओर से किसानों को कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत ट्रैक्टर सहित कई प्रकार के कृषि यंत्रों मशीनों पर सब्सिडी जाती है ताकि उन्हें सस्ती दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध हो सके। कृषि अनुसंधान योजना की लिस्ट में ड्रोन की शामिल होने से खेती में भी इसका इस्तेमाल होने लगा। ड्रोन की खेती में प्रमुख उपयोग कीटनाशक और तरल उर्वरकों की छिड़काव के लिए किया जाता है।
कृषि ड्रोन के अनुमानित कीमत 6 से लेकर 10 लाख रुपए के बीच है
खेती में ड्रोन की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए किसानों को सस्ते दर पर ड्रोन उपलब्ध कराया जाता है। खास बात यह है कि किसानों को कृषि ड्रोन की खरीद पर ₹5 लाख की सब्सिडीदी जा रही है। ऐसे में किसान सरकार सब्सिडी का लाभ उठाकर कम कीमत पर कृषि ड्रोन की खरीद कर सकते हैं। कृषि ड्रोन के अनुमानित कीमत 6 से लेकर 10 लाख रुपए के बीच है इसकी कीमत ट्रैक्टर के बराबर होने से किसान इसको आसानी से नहीं खरीद सकते हैं।
ड्रोन खरीदने पर ड्रोन की लागत का 50% अधिकतम ₹5 लाख की सब्सिडी दी जाएगी
किसानों को सस्ती दर पर ड्रोन उपलब्ध हो इसके लिए केंद्र सरकार की ड्रोन सब्सिडी योजना चलाई जा रही है। यदि किसान इस योजना के तहत ड्रोन की खरीद करते हैं तो उन्हें आधी कीमत में सस्ती ड्रोन मिल सकती है। सस्ती ड्रोन सब्सिडी योजना के तहत किसानों को कस्टम हायरिंग केंद्रए फपीओ औरकृषि विज्ञान केन्द्रो को ड्रोन खरीदने पर अलग-अलग सब्सिडी दी जा रही है। जिस प्रकार योजना के तहत लघु सीमांत महिला किसान अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को व्यक्तिगत रूप से ड्रोन खरीदने पर ड्रोन की लागत का 50% अधिकतम ₹5 लाख की सब्सिडी दी जाएगी ।
ड्रोन का पूरा लागत मूल्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।
सामान्य वर्ग के किसान और कस्टम हायरिंग केंद्र संचार लोगों को कृषि ड्रोन की खरीद पर ड्रोन की लागत मूल्य पर 40% या अधिकतम 4 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। किसान उत्पादक संगठन यानी एफपीओ को ड्रोन खरीदने के लिए ड्रोन की लागत मूल्य पर 25 प्रतिशत दिया 7.5 लाख रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। इसके अलावा किसी मान्यता प्राप्त कृषि ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट आईसीएआर के संस्थानों या कृषि विज्ञान केंद्र को ड्रोन खरीदने पर 100% अनुदान दिया जाएगा यानि इन्हे ड्रोन का पूरा लागत मूल्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।
सरकार की ओर समय-समय पर किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए आवेदनआमंत्रित किये जा सकते हैं
सरकार की ओर समय-समय पर किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए आवेदनआमंत्रित किये जा सकते हैं। किसान कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत इसमें आवेदन कर सकते हैं। किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ सरकार की ओर से ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। सब्सिडी और इसके लिए आवेदन से संबंधित अधिक जानकारी एक किसान भाई अपने जिले को कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं। आज खेती में आधुनिक कृषि यंत्रों में मशीनों का बढ़ावा बढ़ता ही जा रहा है।
आधुनिक कृषि यंत्रों में कि मशीनों की खेती में इस्तेमाल होने का समय व श्रम की बचत के साथ बेहतर उत्पादन किया जा सकता ह। अब ड्रोन का उपयोग खेती में होने कीटनाशकों व उर्वरकों को खेत में छिड़कना आसान हो गया है। इतना ही नहीं छिड़काव विधि से बीजों की बुवाई ड्रोन से की जा सकती है वो भी बहुत कम समय में ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव कम समय में किया जा सकता है । ड्रोन की सहायता से खेत की निगरानी भी की जा सकती है इस तरह खेती में ड्रोन का उपयोग बढ़ने लगा है।