उत्तर प्रदेश सरकार ने नंदिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत पशुपालकों के लिए सुनहरा अवसर प्रदान किया है। इस योजना के तहत देसी गायों की मिनी गौशाला स्थापित करने के लिए 50% सब्सिडी दी जाएगी । पशुपालकों कोसाहीवाल ,गिर , थारपारकर का नस्ल की 25 गाँये पालनी होगी। योजना का उद्देश्य दूध उत्पादन को बढ़ावा देना और किसानो की आय बढ़ाना है। आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर रखी गई है।
योजना के मुख्य विशेषताएं
50% सरकारी सब्सिडी – लाभार्थी को कुल लागत का आधा हिस्सा सरकार की ओर से सब्सिडी के रूप में मिलेगा।
25 गांयो की आवश्यकता -योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी को कम से कम 25 देसी गाय पालनी होगी।
कम निवेश ,अधिक लाभ – किसानों को केवल 15% राशि स्वयं लगानी होगी ,शेष 35% बैंक ऋण की उपलब्ध होगी।
कल योजना लागत –इस योजना के तहत कुल लागत से 62.50 लाख रुपए होगी।
मवेशी शेड – पशुपालन विभाग के नक्शे के अनुसार ,पशु शेड बनाना अनिवार्य होगा।
भूमि की स्थिति -योजना का लाभ उठाने के लिए किसान के पास कम से कम 2 एकड़ जमीन होनी चाहिए। किराए की जमीन परियोजना का लाभ उठाने के लिए कम से कम 7 साल का अनुबंध होना जरूरी है।
नंदनी कृषक समृद्धि मिनी योजना का विकल्प
यदि कोई लाभार्थी 10 गाय पालना चाहता है तो वह नंदिनी कृषक समृद्धि में योजना का लाभ उठा सकता है। इस योजना की कुल लागत 23.60 लाख रुपए होगी। इसमें भी सरकार 50% सब्सिडी यानी 11.80 लाख रुपए देगी। इसके लिए किसान के पास एकएकड़ जमीन होना अनिवार्य है। यदि कोई किसान गंगातीरी देशी नस्ल की 5 गाय पालता है तो उसे सिर्फ 20 का ही पालनी होगी। इस योजना में कुल लागत 61 लाख रुपए आएगी। इस विकल्प में 50% तक सरकारी सब्सिडी दी जाएगी ।
किसानों के लिए शानदार मौका
मुख्य पशु चिकित्सालय अधिकारी डॉक्टर अनिल कंसल ने बताया कि ,इस योजना के तहत मुरादाबाद जिले में पांच नंदिनी कृषक समृद्धि योजना और 4 नंदी कृषक समृद्धि मिनी योजना इकाई स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए आवेदन पत्र विकास भवन स्थित पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त कियाजा सकते हैं।