धार्मिक मान्यता के अनुसार जब ज्येष्ठ माह में सूर्य रोहिणी नक्षत्र प्रवेश करता है तो इस अवधि को नौतपा कहते हैं। इस दौरान गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिलता और सूरज की किरणे सीधी धरती पर पड़ती है। ऐसे में पृथ्वी के पूरे तरीके से शीतलता नहीं मिलती और तापमान में अधिक वृद्धि होती है। इसलिए शास्त्रों में नौतपा की अवधि के दौरान पेड़ पौधे लगाने का अधिक महत्व बताया गया है।
पेड़ -पौधे लगाने से इंसान को पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
नौतपा के दौरान लगाए यह पेड़
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का अधिक महत्व है इसे पवित्र और पूजनीय पौधा माना गया। मान्यता है की घर में तुलसी का पौधा होने से मां लक्ष्मी की कृपा होती है। इसलिए घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाना चाहिए।
आंवले का पेड़ जगत के पालनहार भगवान विष्णु का रूप माना गया है इसलिए यह वृक्ष और इसका फल विष्णु जी का प्रिय माना जाता है। माना जाता है की आंवले पेड़ की छाया में बैठकर भोजन करने से इंसान की सभी तरह की बीमारियों छुटकारा मिलता है।
धार्मिक मान्यता है केले के पेड़ में श्री हरि माँ लक्ष्मी और गुरुदेव बृहस्पति का वास होता है।
पंचांग के अनुसार ,सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में 25 मई को सुबह 3:16 में प्रवेश करेंगे। जहां वह 8 जून को दोपहर 1:16 तक रहने वाले है। इसके पश्चात मृगषिरा प्रवेश करेंगे ऐसे 25 मई से नौतपा की शुरुआत होगी जो 2 जून तक रहेगा।