हमारे शरीर में कई सारे ऑर्गन मौजूद है जो शरीर को हेल्दी रखने और सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं। किडनी इन्ही में से एक है जो शरीर में कई जरूरी काम करती है यही वजह है की सेहतमंद रहने के लिए किडनी को हेल्दी रहना बहुत जरूरी है। हालांकि तेजी से बदलती लाइफस्टाइल में खानपान की गलत आदते अक्सर किडनी को बीमार बना देती है। ऐसे में किडनी हेल्थ और इसकी पूरी बीमारी की जागरूकता फैलाने में मार्च के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है। इयह दिन लोगों को किडनी को हेल्दी बनाने के लिए स्वस्थ जीवन के लिए बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। आज वर्ल्ड किडनी डे के मौके पर जानते है किडनी से जुड़ी अहम समस्या से हेल्दी रखने के कुछ टिप्स।
क्यों बढ़ रहे हैं किडनी डिजीज के मामले
इस बारे में विस्तार से जानने के लिए CMRI हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट फिजिशियन डॉ. अविनंदन बनर्जी से बात की कि भारत में है बीपी और डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है जिससे उनकी किडनी पर असर पड़ता है उसकी किडनी की बीमारियों की शुरुआती चरणों में कोई लक्षण नहीं दिखते इसलिए शुरुआत में उनका निदान करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
समय समय पर जाँच जरूरी
इसलिए हाई ब्लड प्रेशर ,डायबिटीज, मोटापाहार्ट डिजीज या स्ट्रोक से पीड़ित लोगों को अपनी किडनी में जांच करवानी चाहिए। साथ ही जिन लोगों के परिवार में किडनी की बीमारियों का इतिहास रहा है उन्हें भी अपनी नियमित जांच करवानी चाहिए डॉक्टर आमतौर पर शुरुआत में दो टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं जिससे मैं यूरिन टेस्ट और यूरिया क्रिएटिनिन शामिल है।
किडनी से जुडी बीमारियां
किडनी की बीमारी का मतलब है आपकी किडनी डैमेज हो गयी और खून को उस तरह से फिल्टर नहीं करसकती जैसा उन्हें करना चाहिए किडनी से जुड़ी आम समस्याओ एक्यूट किडनी इंजरी, किडनी सिस्ट, किडनी स्टोन और किडनी इन्फेक्शन शामिल हैं। वहीँ अगर आपको किडनी फेलियर होता है तो ट्रीटमेंट में किडनी ट्रांसप्लांट या डायलिसिस शामिल है।
किडनी को ऐसे रखे हेल्दी
किडनी कीबीमारी का अगर शुरूआती चरणों से पता चल जाए तो तो दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे कि खान-पान, शारीरिक गतिविधि आदि से इसका इलाज किया जा सकता है। हालांकि जब बीमारी गंभीर स्टेज पहुंच जाती है तो डॉक्टर से सिर्फ इसका असर धीमा कर सकते हैं इसलिए सलाह दी जाती की ब्लड प्रेशर ,डायबिटीज, मोटापा , हार्ट डिजीज जैसी कोई बीमारी या आप 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं, तो सबसे पहले नियमित रूप से जांच करवाएं। साथ ही हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और खूब पानी पिएं।