अंडर-19 एशिया कप 2014 का फाइनल मलेशिया में बांग्लादेश और भारत के बीच खेला गया। जहां पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के 7 विकेट के नुकसान पर एक 117 रन बनाए जिसके जवाब में बांग्लादेश की टीम को मात्र 76 रनों पर ऑल आउट करके पुरुषों को एशिया का हार बदला ले लिया। भारत की बेटियों ने जीत के बाद मलेशिया में तिरंगा लहराया।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करनी उत्तरी इंडियन टीम की शुरुआत बहुत खराब रही
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करनी उत्तरी इंडियन टीम की शुरुआत बहुत खराब रही। टीम इंडिया के लिए जीते ऋषभ जी तृषा और जी कमलिनी ने पारी की शुरुआत किया हालांकि जी कमलेश फाइनल मैच में कुछ खास नहीं कर सकीय और केवल 5 रन बनाकर आउट हो गई उसके बाद सनिका भी कुछ खास नहीं कर सकी और बिना खाता खोले ही आउट हो गयी। भारतीय कप्तान निकी प्रसाद ने थोड़ा संघर्ष जरुर किया लेकिन वह सिर्फ केवल 12 रन ही बना सकी वही मिथिला विनोद ने 17 और ऑलराउंडर खिलाड़ी आयुष शुक्ला ने 10 रन बनाए जबकि एकचोर से जी तृषा ने रन बनाना जारी रखा और 47 गेंद में पांच चौके और दो छक्के की मदद से 52 रन बनाए जिसकी मदद भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 117 रन बनाए। भारत की तरफ से 5 बल्लेबाज ऐसे रहे जो 10 रनों के स्कोर तक भी नहीं पहुंच सके । वही तीन बल्लेबाज ऐसे रहे जो 10 से 17 रनों के अंदर पवेलियन लौट गए। सिर्फ जी तृषा ही अर्द्धशतक लगा सकीं ,बांग्लादेश के लिए और निशिता अक्तर ने 2 विकेट झटके।
वहीं सोनम यादव और परुनिका सिसोदिया ने दो-दो विकेट झटके
भारत द्वारा दिए गए 118 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम टीम इंडिया की गेंदबाजी के सामने पूरी तरह लड़खड़ा गई बांग्लादेश की टीम केवल 18.3 ओवर आउट हो गई। बांग्लादेश के लिए ओपनर फहमिदा चोया ने 18 और जुएरिया फिरदौस ने 22 रन बनाए इसके अलावा बाकी की 9 बॉल के आंकड़े को पार नहीं कर सके और पूरी टीम 18.3 ओवर में ऑल आउट हो गई। भारत की तरफ से फाइनल में सबसे ज्यादा विकेट इस आयुषी शुल्का ने लिया उन्होंने 3 पॉइंट 3 ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट झटके। वहीं सोनम यादव और परुनिका सिसोदिया ने दो-दो विकेट झटके।