इलेक्ट्रिक व्हीकल को खरीदते समय जान ले की कितनी है बैटरी की कैपिसिटी ,नहीं तो बाद में हो सकती है मुसीबत में

Saroj Kanwar
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पिछले कुछ सालों में लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हो रही है । इसी लिस्ट में कार निर्माता कम्पनियो ने डिजाइन और बटरी पैक साथ नए मॉडल लॉन्च करें। जैसे जैसे देश में इलेक्ट्रिक कारों की डिमांड बढ़ रही है वैसे उनकी बैटरी की मांग भी बढ़ रही है। मौजूदा समय मार्केट में आने वाले इलेक्ट्रिक कर में अधिकतर लिथियम आयन की बैटरी दी जा रही है। जब कोई इलेक्ट्रिक कार खरीदना है तो सबसे पहले उसकी रेंज देखते हैं जबकि इलेक्ट्रिक कार की मुख्य रूप से बैटरी की क्वालिटी पर निर्भर करता है।

कार के साथ इसकी बैटरी भी पुरानी होती जाएगी

लेकिन कार के साथ इसकी बैटरी भी पुरानी होती जाएगी। इसलिए जब कार की बैटरी पुरानी होती है तो कार मलिक का मोटा खर्चा उठाना पड़ता है। आपको बता दे की बैटरी की लाइफ उसकी क्वालिटी पर निर्भर करती है। आमतौर पर बैटरी 5 से 8 साल तक चलती है लेकिन कई बार यह वारंटी पीरियड से पहले भी खराब हो सकती है। इसे बड़े कारण यह भी है कि वाहन का रजिस्ट्रेशन भी करीब इतने ही साल तक वैलिड रहता है। इसलिए रजिस्ट्रेशन समाप्त होने पर आपको नई बैटरी लेनी पड़ती है।

इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी का ऐसे रखे ध्यान

कभी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी को पूरी तरह से चार्ज न होने दे या ओवर चार्ज ना करें।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज भी न होने दे।
इसके साथ ज्यादा गर्मी में बैटरी को लंबी समय तक चार्ज करने से बचे।।
बरसात के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी में पानी नहीं जाना चाहिए वरना बैटरी में नुकसान हो सकता है।
इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी को चार्ज करते समय वोल्टेज ऊपर नीचे नहीं होना चाहिए।

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