कोई भी एक्टर या एक्ट्रेस जब कामयाबी की शिखर पर होता है तो फिल्मी दुनिया में उसके नाम का सिक्का चलता है। तब वो डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की मर्जी से फिल्म का काम तो करता है लेकिन अपनी शर्तो के साथ। इन शर्तो में अक्सर पसंद के कपड़े ,टीम की मेंबर और अधिकतर को स्टार भी शामिल होते हैं। हेमा मालिनी से जुड़ा एक किस्सा एक किस्सा काफी मशहूर है जब वो फिल्म में एक हीरो को लेने के नाम पार अड़ गई थी।
उसी कर्ज को हेमा मालिनी ने अपनी जिद से अदा किया था
लेकिन ताज्ज्जुब की बात तो ये है की वो धर्मेंद्र नहीं थे जो उनका पहले से लेकर अब तक का प्यार रहे है। ये वो हीरो है यह वह हीरो जिन्होंने कभी हेमा मालिनी के नाम की सिफारिश की थी। उसी कर्ज को हेमा मालिनी ने अपनी जिद से अदा किया था। 80 ले दशक में हेमा मालिनी अपनी करियर की पिक पर थी।
उन्होंने शर्त रखी की तभी फिल्म करेगी जब उनके को स्टार राजकुमार होंगे
अपनी शर्तों पर फिल्मों में काम किया करती थी इस दौर में उन्हें पहली फिल्म ऑफर हुई थी एक नई पहले। फिल्म के डायरेक्टर के बालाचंदर। इस फिल्म मेकर्स दिलीप कुमार या संजीव कुमार को लेने चाहते थे। फिल्म के लिए हेमा मालिनी से कांटेक्ट किया तो उन्होंने स्टार के बारे में पूछा। दिलीप कुमार या संजीव कुमार का नाम सुनने के बाद उन्होंने राजकुमार के नाम की सिफारिश की । उन्होंने शर्त रखी की तभी फिल्म करेगी जब उनके को स्टार राजकुमार होंगे। उनकी इस जिद के आगे मेकर्स को घुटने टेकने पड़े।
हेमा मालिनी उस वक्त इंडस्ट्री में बहुत नई थी
असल में राजकुमार का एक पुराना कर्ज हेमा मालिनी पर बाकी था। साल 1971 में रिलीज हुई फिल्म ‘लाल पत्थर ‘में फिल्म के डायरेक्टर सुशील मजूमदार वैजयंती माला को कास्ट करना चाहते थे। लेकिन राजकुमार ने हेमा मालिनी को कास्ट करने की शर्त देखि। मेकर्स को उनकी जिद के आगे झुकना पड़ा। हेमा मालिनी उस वक्त इंडस्ट्री में बहुत नई थी। ये मौका उनके लिए बहुत अच्छा ब्रेक साबित हुआ । इसी फिल्म का कर्ज हेमा ने एक नई पहेली की फिल्म से उतारा था।