धान खरीफ की प्रमुख फसल है। देश के कई राज्यों की खेती की जाती है। लेकिन कई राज्य किसान धान की खेती में अधिक पानी खर्च होने से दूरी बनाने का तरीका किसानों को धान की जगह में फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। जिससे पानी कम खर्च होगा। हरियाणा सरकार की ओर से धान की खेती छोड़कर दूसरी फसल खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी दी जा रही है। ऐसे में धान की कम पानी खर्च हो इसके लिए धन की नई नई किस्म खोजी जा रही है इसके अलावा नई तकनीक से खेती करने की सलाह दी जा रही है । इसी कड़ी में में एक ऐसी तकनीक खोजी गयी की जिसमें विशेष खाद का इस्तेमाल करके किसान एक सिंचाई में धान की खेती कर सकते हैं।
अन्य फसलों की अपेक्षा सबसे अधिक पानी की आवश्यकता पड़ती है
धान की खेती में चार सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है जिसमे बहुत सा पानी खर्च हो जाता है। जिससे धान की लागत बढ़ जाती है। अनुमान के मुताबिक ,1 किलो धार पैदा करने के लिए करीब 3000 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इस हिसाब से देखा जाए तो धान की खेती में अन्य फसलों की अपेक्षा सबसे अधिक पानी की आवश्यकता पड़ती है।
किस खाद के इस्तेमाल से धान में कम लगेगा पानी
यह एक ऐसी खाद है जो नारियल से bnaayi जाती है इस खाद में नारियल के छिलकों और डाभ का इस्तेमाल किया जाता है। इस खाद को घर पर आसानी से बनाया जा सकता है। नारियल और डाभ के प्रयोग से आप कम पानी के खर्च और धान की खेती कर सकते हैं। इससे आपके धन की धान की लागत कम होगी। साथ ही पानी की बचत होगी जिससे आप अन्य फसल उगाने में इस्तेमाल कर पाएंगे।
नारियल और डाभ को पहले एक साथ मिलाया जाता है और इसे सड़ने के लिए छोड़ दिया जाता है। जब ये सड़ जाती है तो एक खाद का काम करेगी। अब आप इस सड़ी हुई खाद को अपने खेत में छिड़कना है। इस तरह आप कम खर्चे में धान की खेती के लिए घर पर सस्ती खाद तैयार कर सकते हैं।
धान की पैदावार भी अच्छी होती है
नारियल की छिलकों से बने प्राकृतिक आधार के खेत में सिंचाई की पानी को सोख लेती है जिससे खेत में लंबे समय तक नमि बनी रहती है। ऐसे में किसान को धान की फसल में चार से चार सिंचाई की जगह एक ही सिंचाई करने की जरूरत होती है शेष तीन सिंचाई का काम यह खाद कर देती है। इस खाद के प्रयोग से पानी व पैसों की बचत होती है। धान की पैदावार भी अच्छी होती है।
नारियल खाद
यदि आप अपने धान के खेत में नारियल खाद का एक किलोग्राम का इस्तेमाल करते है तो एक किलोग्राम खाद करीब 10 लीटर पानी सकती है। ऐसे में किसान अपने खेतों में अकार के हिसाब से खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।खाद प्राकृतिक रूप से तैयार होने के कारण इसका कोई विपरीत असर फसलों की पैदावार पर नहीं पड़ता है। इस तरह आप नारियल खाद का इस्तेमाल धान की खेती में करके पानी व पैसा दोनों की बचत कर सकते हैं।