यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसे पास करने के लिए कई लोग जहां महीना तक तैयारी करते हैं व कोचिंग आदि लेते हैं। वहीं कुछ प्रतिभावान ऐसे भी होते हैं जो सेल्फ स्टडी के जरिए पहले टाइम में बिना कोचिंग के परीक्षा को पास कर इतिहास रच देते हैं। यह कहानी भी एक ही शख्सियत की है जिसका नाम सौम्या शर्मा है।
सौम्या ने अपने लक्ष्य पर डटकर इस मुकाम को हासिल किया
सौम्या ने अपने लक्ष्य पर डटकर इस मुकाम को हासिल किया। उनके जज्बे को जानकर आप भी सलाम करेंगे। उनके जज्बे को जानकर आप भी उनको सलाम करेंगे। आइए विस्तार से खबर के माध्यम से जानते हैं आईएएस सौम्या शर्मा के बारे में। ऐसी ही शख्सियत सौम्या शर्मा अपने लक्ष्य तक ऐसे हीं नहीं पहुंची उन्हें कई कठिनाइयों सामना करना पड़ा। बचपन में ही अपने सुनने की शक्ति खो चुकी थी इसकी बावजूद हार नहीं मानी और परिस्थितियों से लड़ते हुए बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी करते हुए आईएएस की कुर्सी तक पहुंची।
4 महीने की सेल्फ स्टडी में यूपीएससी क्रैक किया
सौम्या शर्मा कहानी हमे बहुत कुछ और सिखाने वाली है। बता दें कि जब वह मात्र 16 साल की थी तब उन्होंने अपनी सुनने की शक्ति खो दी थी लेकिन फिर भी सौम्या य शर्मा इरादे नहीं डगमगाए। मूल रूप से दिल्ली की निवासी आईएएस में शुरुआत से ही पढ़ाई लिखाई में तेज थी। 12 वी कक्षा में पढ़ाई करने के बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई करने का मन बनाया और और पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में एडमिशन ले लिया। सौम्या को सुनता नहीं था इसलिए उन्हें काफी परेशानी तो हुई। लेकिन बाजी अपने हाथ में ले ही ली।सौम्या की लॉ की पढ़ाई मशहूर नेशनल लॉ स्कूल से हुई है। लॉ की पढ़ाई के दौरान सौम्या नेआईएएस अधिकारी बनने का सपना संजो लिया। उनकी कड़ी मेहनत पर लगन से उन 2017 में ऑल इंडिया 9 वि रैंक लाकर यूपीएससी सिविल पर सेवा परीक्षा पास किया था। आप जानकर हैरान होगा कि उन्होंने सिर्फ 4 महीने की सेल्फ स्टडी में यूपीएससी क्रैक किया।
सौम्या ने यह सफलता सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की
सौम्या ने यह सफलता सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की। सौम्या शर्मा ने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल की थी। उनको लोगों की ओर से खूब तारीफें मिलीं। लेकिन उनके लिए ये आसान नहीं था। इससे पहले सिविल सेवा मुख्य परीक्षा ) के समय सौम्या की तबीयत बहुत खराब थी। उस समय बीमार होने के कारण उन्हें एक दिन तो दिन में तीन बार सलाइन चढ़ानी पड़ी थी। सौम्या का कहना है कि अगर आपको सेल्फ स्टडी के दम पर परीक्षा पास करने का भरोसा है तो कोचिंग की जरूरत नहीं है। हां, कोचिंग से गाइडेंस जरूर मिलती है। आज सौम्या सेल्फ स्टडी के दम पर मुकाम हासिल कर देश की सेवा कर रही हैं।