रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग तेजी से फैल रहा है। खासतौर पर सोलर एनर्जी सेक्टर में अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं तो रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट में शामिल कंपनियों में इन्वेस्ट करने से आपको काफी लाभ मिल सकता है। सोलर स्टॉक में इन्वेस्टमेंट करके आप अपने फाइनेंशियल फ्यूचर को सुरक्षित कर सकते हैं। क्योंकि आज अन्य कंपनियों के शेयर कम कीमत पर प्रॉब्लम होने वाले समय तगड़ा मुनाफा देंगे। आज हम आपको बताएंगे कि एक ही कंपनी की स्टॉक और IPO के बारे में बात करेंगे।
सोलर पैनल और सोलर इन्वर्टर बनाने वाली कंपनी जीपीएस आज अपना IPO लॉन्च कर रही है
सोलर पैनल और सोलर इन्वर्टर बनाने वाली कंपनी जीपीएस आज अपना IPO लॉन्च कर रही है इस कंपनी की आईपीओ की साइज ₹30.79 करोड़ है। कंपनी इस IPO के ज़रिए नए शेयर जारी कर रही है जिसमें 32.76 लाख नए शेयर जारी किए जा रहे हैं। इस आईपीएल के लिए प्राइस बैंड 90 से 94 रूपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया है। लॉट साइज 1200 शेयरों पर सेट किया गया है जिसका मतलब है इन्वेस्टर को कम से कम ₹1,12,800 इन्वेस्ट करने की जरूरत है। gpes सोलर आईपीओ के 24 जून के NSE/SME लिस्टेड होने की उम्मीद है।
GPES आईपीओ के लॉन्च ने बाजार में हलचल मचा दी है
GPES आईपीओ के लॉन्च ने बाजार में हलचल मचा दी है। आईपीओ 130 रुपए के प्रीमियर पर ट्रेड कर रहा है। इन्वेस्टरों को ट्रेडिंग के पहले दिन 138% का फायदा मिल रहा है और अगर यही ट्रेंड जारी रहा तो कंपनी ने 224 रुपए पर लिस्ट हो सकती है। इस इन्वेस्टमेंट का पैसा दोगुना हो सकता है। हाल ही में कंपनी ने जीएमपी 125 रुपए था जो इसके एग्रीमेंट को दर्शाता है । कंपनी का टारगेट आईपीओ के जरिए 8.30 करोड़ जुटाना है। टोटल में से कम से कम 35% रिटेल इन्वेस्टर के लिए रेसेर्वड है और 50% क्वालिफाइड इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर के लिए रेसेर्वड है।
आईपीओ या स्टॉक में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के बारे में रिसर्च करना आवश्यक है
किसी भी आईपीओ या स्टॉक में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के बारे में रिसर्च करना आवश्यक है। शेयर मार्केट में रिस्क शामिल होते हैं। किसी भी इन्वेस्टमेंट के डिसीजन लेने से पहले मार्केट के एक्सचेंज से कंसल्ट करना सही है । इनफॉर्म्ड इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बनाने के लिए शेयर मार्केट की अच्छी समझ होना जरूरी है। सोलर कंपनियों के शेयरों में फ्यूचर में रिटर्न देने का पोटेंशियल है क्योंकि सोलर इक्विपमेंट की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है। इन कंपनियों में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टरों को लॉन्ग टर्म लाभ मिल सकता है।