कुछ ऐसी सब्जियां है जिनकी खेती में किसानों को अधिक मुनाफा होता है जिससे उनकी आयु में वृद्धि हो सकती है इसलिए सरकार में सब्जियों को खेती के लिए किसानों की प्रोत्साहित कर रही है जिसमें सरकार किसानों को आर्थिक मदद दे रही है ताकि वह सब्जी खेती कर सके ।उसमें उन्हें कम लागत आये, लेकिन अधिक मुनाफा प्राप्त कर सके और अन्य किसान भी उनसे प्रेरित होकर इसकी खेती कर सके।
दरअसल हम परवल की खेती की बात कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि परवल की खेती पर 12000 की सब्सिडी मिल रही है । सब्सिडी एक हेक्टर के अनुसार किसानों को दी जाएगी। यहां पर सरकार नगद पैसा उनके खाते में डालेगी और आवेदन मिलने के बाद पौधा और खाद भी देगी। तो चलिए आपको बताते हैं किस मिट्टी में किसान परवल की खेती पर कर सकते हैं ये लाभ किस राज्य किसानों को मिल रहा है और आवेदन की प्रक्रिया क्या होगी ।
दरअसल हम परवल की खेती की बात कर रहे हैं।
मिट्टी के अनुसार अगर किसान फसल की लगते हैं तो उन्हें अधिक उपज मिलती है। जिसमे परवल खेती की बात करें तो इसकी खेती बढ़िया जल निकासी वाले जीवाश्म युक्त रेतीली या दोमट मिट्टी में करनी चाहिए। कृषि कृषि विशेषज्ञों का कहना है की निकली भूमि में परवल की खेती नहीं करना चाहिए, जहां पर पानी रुकता हो वहां पर भी परवल की खेती नहीं करनी चाहिए, ऊँचे स्थान अगर किसानों के पास है तो वहां पर परवल की खेती कर सकते हैं उसमें उन्हें अधिक उपज मिलेगी जिससे ज्यादा कमाई होगी।
सब्सिडी के लिए यहां करें आवेदन
अगर किसान सब्सिडी लेकर परवल की खेती करते हैं तो उन्हें लागत बेहद कम आएगी जिसमें किसानों को लाभ लेने के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद हार्ड कॉपी निकालकर विभाग में जमा कर सकते हैं। कुछ दस्तावेजों की भी आवश्यकता होगी जैसे की खतौनी की नकल, आधार कार्ड, पासबुक, दो पासपोर्ट साइज फोटो आदि यह लाभ उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के किसानों को दिया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि 10 हेक्टेयर में परवल की खेती की जाए जिसमें पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसानों का चयन किया जाएगा।