मार्केट में दुनिया की पहली सीएनजी बाइक बजाज द्वारा पेश की जाएगी जिसकी लॉन्चिंग 5 जुलाई को होने वाली है। कंपनी की तरफ से इसके माइलेज ,इंजन ,फीचर्स की जानकारी पहले से शेयर कर दीजिए। लेकिन बाकी सभी चीजों का सस्पेंस की लांचिंग के बाद ही खत्म होगा। लेकिन ऐसा नहीं है की मार्केट में सीएनजी टू व्हीलर अब तक नहीं आया जबकि यह तो कई सालों से चल रहा है। आइये आपको बताते है कि कैसे बिना किसी CNG स्कूटर की लॉन्चिंग के ये बाजार में कैसे चल रहे है?
अपनी बाइक के स्कूटर को पेट्रोल डलवाते हैं
दरअसल आपको बता दें कि आप अपनी बाइक के स्कूटर को पेट्रोल डलवाते हैं जो कि अभी बहुत महंगा पड़ता है उसका माइलेज भी कम है लेकिन आप अपनी बाइक या स्कूटर में माइलेज को बढ़ाने के लिए सीएनजी किट वाला लगवा सकते हैं। दिल्ली के LOVATO कंपनी ने स्कूटर में सीएनजी किट लगना शुरू किया जिसका खर्चा ₹18000 आता है। यह एक साल पूरे हो जाएगा क्योंकि वर्तमान में सीएनजी और पेट्रोल की कीमत में 40% का अंतर है।
पेट्रोल और सीएनजी दोनों से चलेगा स्कूटर
स्कूटर में सीएनजी किट लगाने में 4 घंटे का समय लगता है । कंपनी द्वारा एक स्विच लगाया जाता है जिसे आप इसे सीएनजी मोड से पेट्रोल मोड पर ला सकते हैं और जब चाहे तब सीएनजी या पेट्रोल दोनों में से किसी से भी चला सकते हैं।
सीएनजी किट लगवाने के नुकसान
सीएनजी किट केवल 1 पॉइंट 2 किलोग्राम की क्षमता की आता है जिससे आप 120 से 130 किलोमीटर तक चला सकते हैं। इसके बाद आपको इसमें वापस सीएनजी भरवानी होगी। सीएनजी से अपनी बाइक का माइलेज जरूर बढ़ सकता है लेकिन पिकअप में परेशानी आती है और आपको चढ़ाई वाले रास्ते पर दिक्कत होती है।