Raksha Bandhan 2025 : कैसे हुई थी रक्षाबंधन के त्यौहार की शुरुआत? बेहद रोचक है इससे जुड़ी कहानी, जानें

Saroj Kanwar
2 Min Read

Raksha Bandhan 2025 :  रक्षाबंधन का त्योहार सनातन धर्म में बेहद महत्व रखता है। इस दिन बहनें अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती है। यह त्यौहार इस साल 9 तारीख को मनाया जाएगा। यह भाई बहन के विश्वास का त्यौहार है। इस दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांध के भाई के लंबे उम्र की दुआ करती है और भाई भी अपनी बहन की रक्षा का प्रण लेता है।

क्या आपको पता है रक्षाबंधन के त्यौहार की शुरुआत कैसे हुई। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि रक्षाबंधन जैसे पावन त्यौहार की शुरुआत कैसे हुई। तो आईए जानते हैं कैसे हुई रक्षाबंधन जैसे पावन त्यौहार की शुरुआत…

रक्षाबंधन के त्यौहार की शुरुआत के बारे में कई कथाएं और इतिहास हैं। यहाँ एक प्रमुख कथा है:

पुराणों के अनुसार 

रक्षाबंधन का त्यौहार पुराणों में वर्णित एक कथा से जुड़ा है। इस कथा के अनुसार, जब दानवों के राजा बलि ने अपने बल और पराक्रम से स्वर्ग पर अधिकार कर लिया, तो इंद्र की पत्नी शची ने अपने पति की सुरक्षा के लिए एक यज्ञ किया। इस यज्ञ में एक राखी बनाई गई जिसे शची ने इंद्र के हाथ पर बांधा। इस राखी के प्रभाव से इंद्र को उनकी शक्ति और सुरक्षा वापस मिली और उन्होंने दानवों को पराजित किया।

इंद्र और शची की कथा

इस कथा के अनुसार, रक्षाबंधन का त्यौहार इंद्र और शची की इस घटना से शुरू हुआ। तब से बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर उनकी सुरक्षा और लंबी उम्र की कामना करती हैं।

 रक्षाबंधन का त्यौहार भारतीय इतिहास में भी महत्वपूर्ण है। इस त्यौहार को हिंदू, सिख, और जैन समुदायों द्वारा मनाया जाता है और इसका महत्व भारतीय संस्कृति में बहुत अधिक है।

इस प्रकार, रक्षाबंधन के त्यौहार की शुरुआत के बारे में कई कथाएं और इतिहास हैं, लेकिन इसका मूल उद्देश्य बहन और भाई के प्यार और सुरक्षा का प्रतीक है।

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *